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आरजीपीवी ने छात्रों से पूछा- परीक्षा दे सकेंगे या नहीं, अंतिम सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म में दिया विकल्प

परीक्षा को लेकर मुश्किल MP से बाहर के छात्रों के लिए है जिन्हें परीक्षा देने के लिए मप्र आना होगा। ऐसी स्थिति में आरजीपीवी ने परीक्षा के लिए छात्रों को विकल्प दिया है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Mon, 01 Jun 2020 11:31 PM (IST)Updated: Mon, 01 Jun 2020 11:34 PM (IST)
आरजीपीवी ने छात्रों से पूछा- परीक्षा दे सकेंगे या नहीं, अंतिम सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म में दिया विकल्प
आरजीपीवी ने छात्रों से पूछा- परीक्षा दे सकेंगे या नहीं, अंतिम सेमेस्टर के परीक्षा फॉर्म में दिया विकल्प

भोपाल, राज्‍य ब्‍यूरो। कोरोना वायरस के प्रसार और देश में लगे लॉकडाउन ने छात्रों के सामने मुश्किल खड़ी कर दी है। इसी कड़ी में राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) ने अंतिम सेमेस्टर के छात्रों से पूछा है कि वे परीक्षा दे सकेंगे या नहीं। अब तक 13 हजार छात्रों ने भोपाल स्थित आरजीपीवी में अंतिम सेमेस्टर की परीक्षा के फार्म जमा किए हैं। इनमें कई छात्र उत्तर प्रदेश, बिहार समेत अन्य कई प्रदेशों के हैं। परीक्षा को लेकर मुश्किल मध्य प्रदेश से बाहर के छात्रों के लिए है, जिन्हें परीक्षा देने के लिए मप्र आना होगा। ऐसी स्थिति में आरजीपीवी ने परीक्षा के लिए छात्रों को विकल्प दिया है। हालांकि परीक्षा नहीं देने का विकल्प चुनने पर छात्रों को कारण भी विश्वविद्यालय को बताना होगा। कारण से संतुष्ट होने पर आरजीपीवी इन छात्रों की परीक्षा जुलाई या अगस्त में आयोजित करेगा। 

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मप्र में जो जहां वहीं दे सकेगा परीक्षा 

आरजीपीवी ने तय किया है कि मध्य प्रदेश में जो छात्र जहां रह रहा है, उसे उसी जिले में विवि से संबद्ध कॉलेज को परीक्षा केन्द्र के तौर पर आवंटित कर दिया जाएगा। इससे छात्र को परीक्षा देने के लिए अन्य जिलों में नहीं जाना होगा। हालांकि प्रदेश के बाहर के विद्यार्थियों को प्रदेश में आकर ही परीक्षा देनी होगी। इसी माह होगी परीक्षा दरअसल, आरजीपीवी अंतिम सेमेस्टर के विद्यार्थियों की परीक्षा इसी महीने आयोजित कराने जा रहा है। परीक्षा फॉर्म जमा करने का सिलसिला सोमवार से दोबारा शुरू हुआ है। जिन छात्रों ने पहले फॉर्म भर दिया था, उन्हें भी अपने फॉर्म में उक्त जानकारी अपडेट करनी होगी। इसी आधार पर आरजीपीवी परीक्षा आयोजित करेगा। 

प्रदेश के सात विवि में 4 लाख छात्र देंगे परीक्षा

प्रदेश के सभी शासकीय विश्वविद्यालयों में स्नातक अंतिम वर्ष तथा स्नातकोत्तर चतुर्थ सेमेस्टर की परीक्षाएं पेन-पेपर मोड पर 29 जून से 31 जुलाई के मध्य आयोजित होंगी। इसके तहत 7 विश्वविद्यालयों में लगभग 4 लाख विद्यार्थी स्नातक अंतिम वर्ष तथा स्नातकोत्तर के चौथे सेमेस्टर की परीक्षाएं देंगे। सितंबर-अक्टूबर से नया सत्र मप्र के प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा अनुपम राजन ने बताया कि कुल 597 परीक्षा केन्द्रों पर स्नातक अंतिम वर्ष के लगभग 3 लाख 4 हजार 853 विद्यार्थी तथा स्नातकोत्तर चौथे सेमेस्टर के लगभग एक लाख विद्यार्थी ऑफलाइन परीक्षा में शामिल होंगे। 

स्नातक स्तर की सिर्फ 25 प्रतिशत परीक्षाएं हुईं हैं 

राजन ने बताया कि रीवा विश्वविद्यालय को छोड़कर शेष छह विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर की 25 प्रतिशत परीक्षाएं हो गई हैं। स्नातकोत्तर स्तर की परीक्षाएं किसी भी विश्वविद्यालय में नहीं हुई है। उन्होंने बताया कि विश्वविद्यालय परीक्षाओं के संचालन में परीक्षा केन्द्रों पर शारीरिक दूरी का कड़ाई से पालन किया जाना अनिवार्य होगा।

स्नातक प्रथम, द्वितीय तथा स्नातकोत्तर द्वितीय सेमेस्टर और अन्य पाठ्यक्रमों की नियमित परीक्षाएं स्थानीय स्तर पर परिस्थितियां सामान्य होने पर आयोजित की जा सकेंगी। स्नातक कक्षाओं के प्रथम एवं द्वितीय वर्ष सेमेस्टर के विद्यार्थिओं को अगली कक्षा में प्रवेश देकर एक सितंबर 2020 से नया सत्र आरंभ किया जाएगा। इस वर्ष के लिए स्नातक कक्षाओं और पाठ्यक्रमों के प्रथम वर्ष तथा स्नातकोत्तर प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लेने वाले छात्रों का नया सत्र 1 अक्टूबर 2020 से शुरू होगा।  


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