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मुठभेड़ में मारा गया 8 लाख का इनामी नक्सली, 10 साल से तीन राज्यों की पुलिस के लिए बना था सिरदर्द

करीब दस साल से ओडिशा छत्तीसगढ़ व आंध्र प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बने नक्सली किशोर उर्फ मासा कबासी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। उस पर आठ लाख रुपये का इनाम था। छत्तीसगढ़ का नक्सली ओडिशा में हुआ ढेर

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Fri, 27 Nov 2020 10:09 PM (IST)Updated: Fri, 27 Nov 2020 10:09 PM (IST)
मुठभेड़ में मारा गया 8 लाख का इनामी नक्सली, 10 साल से तीन राज्यों की पुलिस के लिए बना था सिरदर्द
दस साल से ओडिशा, छत्तीसगढ़ व आंध्र प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बना था।

जासं, संबलपुर। करीब दस साल से ओडिशा, छत्तीसगढ़ व आंध्र प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बने नक्सली किशोर उर्फ मासा कबासी को पुलिस ने मुठभेड़ में मार गिराया है। उस पर आठ लाख रुपये का इनाम था। आइजी (ऑपरेशन) अमिताभ ठाकुर और मलकानगिरी एसपी ऋषिकेश खिलारी के अनुसार, ओडिशा के मलकानगिरी जिले के उत्तर स्वाभिमान अंचल के टोटागुडा जंगल में गुरुवार को वह मुठभेड़ में मारा गया। इस दौरान एक नक्सली लैकान उर्फ लक्ष्मण गलारी घायल भी हुआ है। उसे प्राथमिक चिकित्सा के बाद हिरासत में लिया गया है। सुरक्षा बलों ने मौके से हथियार आदि भी बरामद किया है।

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छत्तीसगढ़ का नक्सली ओडिशा में हुआ ढेर

किशोर उर्फ मासा छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले के चंद्रमेट्टा गांव का रहने वाला था। वह 2007 में भाकपा माओवादी में शामिल हुआ था। उस पर हत्या व हमले के दर्जनों मामले दर्ज थे। वर्तमान में वह आंध्र प्रदेश व ओडिशा बॉर्डर स्पेशल जोनल कमेटी के दस्ते का नेतृत्व कर रहा था। वहीं, लैकान उर्फ लक्ष्मण गलारी मलकानगिरी जिले के जोडांब थाना क्षेत्र का निवासी है।

जब्त हथियार व सामान

एक एके 47 फोल्डेड बट राइफल, एके 47 राइफल के तीन मैगजीन, 7.62 एमएम के 40 ¨जदा कारतूस, एक इंसास राइफल बायोनेट, एक आइईडी बम, 11 इलेक्टि्रक डेटोनेटर, एक चाकू, दो पिट्ठू्र, दो मोटोरोला कम्युनिकेशन सेट, एक वाकी टाकी चार्जर, एक कैमरा फ्लैश, दो रिमोट, एक कलाई घड़ी, नक्सली साहित्य और दवा।

नक्सली कमांडर व पत्नी पर मनी लांड्रिंग का मामला दर्ज

नक्सली नेता अभिजीत यादव उर्फ महावीर यादव व उनकी पत्नी गीता देवी पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को मनी लांड्रिंग का केस दर्ज किया है। अभिजीत यादव प्रतिबंधित संस्था भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का सब जोनल कमांडर है। उस पर बिहार के गया, औरंगाबाद और झारखंड के पलामू में कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। नक्सली कमांडर पर विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और आ‌र्म्स एक्ट की धाराएं लगाई गई हैं।

अभिजीत नक्सली गतिविधियों में बेहद सक्रिय: ईडी

ईडी की जांच में पता चला है कि अभिजीत नक्सली गतिविधियों में बेहद सक्रिय है। उस पर धमकी देने, अवैध ढंग से लेवी वसूलने आदि की कई शिकायतें पहले से दर्ज हैं। ईडी की जांच में पता चला है कि अभिजीत यादव ने पुलिस से बचने के लिए अपनी चल-अचल संपत्ति का बड़ा हिस्सा पत्नी गीता देवी के नाम कर दिया है। उसके बाद ईडी ने अभिजीत के साथ पत्नी को भी आरोपित बनाया है।


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