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73वां गणतंत्र दिवस: राजपथ पर परेड में पहली बार दिखेंगे ये बड़े बदलाव, आप भी जानिए

Republic Day 2022 LIVE गणतंत्र दिवस के मौके पर राजपथ पर होने वाली परेड में इस बार कई तरह के बदलाव देखने को मिलेंगे। इस बार भारतीय वायुसेना के विमानों का सबसे बड़ा फ्लाईपास्ट होगा। समारोह में पहली बार ड्रोन शो का भी आयोजन होगा।

By Manish NegiEdited By: Published: Wed, 26 Jan 2022 10:16 AM (IST)Updated: Wed, 26 Jan 2022 10:16 AM (IST)
73वां गणतंत्र दिवस: राजपथ पर परेड में पहली बार दिखेंगे ये बड़े बदलाव, आप भी जानिए
गणतंत्र दिवस की परेड में दिखेंगे बदलाव (फाइल फोटो)

नई दिल्ली, जेएनएन। पूरा देश आज धूमधाम से 73वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। इस बार का गणतंत्र दिवस कई मायनों में खास होगा। राजधानी दिल्ली के राजपथ पर पूरी दुनिया देश की ताकत देखेगी। इस बार की परेड में कई चीजें ऐसी होंगी जो पहली बार होंगी। इस मौके पर पहली बार ड्रोन शो समारोह का हिस्सा होगा। आइये आपको विस्तार से बताते हैं कि इस बार का गणतंत्र दिवस किस तरह से अलग होगा।

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इस बार साढ़े 10 बजे शुरू होगी परेड

ऐसा पहली बार होगा जब परेड आधा घंटा लेट शुरू होगी। गणतंत्र दिवस परेड का कार्यक्रम सुबह 10 बजे की जगह आधा घंटा लेट साढ़े 10 बजे से शुरू होगा।

सबसे बड़ा फ्लाईपास्ट

इस बार देशवासियों को अब तक के सबसे बड़े फ्लाईपास्ट का शानदार नजारा देखने को मिलेगा। राजपथ पर भारतीय वायुसेना के 75 विमान और हेलीकाप्टर इसमें शामिल होंगे। राफेल, सुखोई, जगुआर जैसे लड़ाकू विमान भी इसमें शामिल होंगे।

ड्रोन शो का आयोजन

गणतंत्र दिवस समारोह में पहली बार ड्रोन शो भी इसका हिस्सा होगा। 29 जनवरी को बीटिंग द रिट्रीट में एक हजार ड्रोन इस समारोह का हिस्सा बनेंगे। इन ड्रोन्स को देश में ही विकसित किया गया है।

6 मार्चिंग दस्ते होंगे शामिल

इस बार परेड में कुल 6 मार्चिंग दस्ते शामिल होंगे। परेड की कमान परेड कमांडर, अति विशिष्ट सेवा मेडल से सम्मानित लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा संभालेंगे। 6 मार्चिंग दस्तों में राजपूत रेजिमेंट, असम रेजिमेंट, जम्मू-कश्मीर लाइट रेजिमेंट, सिख लाइट रेजिमेंट, आर्मी आर्डनेंस कार्प्स और पैराशूट रेजिमेंट शामिल होंगे।

राजपूत रेजीमेंट के सैनिकों का होगा पहला दस्ता

सेना का पहला दस्ता राजपूत रेजीमेंट के सैनिकों का होगा। इसमें जवान छठे दशक की वर्दी पहने होंगे और उनके हाथों में .303 राइफलें होंगी। दूसरा दस्ता असम राइफल्स के सैनिकों का होगा। वे सातवें दशक की वर्दी पहने होंगे ओर उनके हाथों में भी .303 राइफलें होंगी। तीसरा दस्ता जम्मू-कश्मीर लाइट इंफैंट्री रेजीमेंट के सैनिकों का होगा। वे आठवें दशक की वर्दी पहने होंगे और उनके हाथों में 7.62 मिमी की स्वचालित राइफलें होंगी।

61 घुड़सवार (Cavalry) रेजीमेंट भी होंगी शामिल

इस साल परेड में थलसेना की 61 घुड़सवार रेजीमेंट भी शामिल होगी। परेड में 16 पैदल दस्ते, 17 सैन्य बैंड, विभिन्न राज्यों, विभागों और सशस्त्र बलों की 25 झांकियां इसमें हिस्सा लेंगी।


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