दीक्षा समारोह में मुस्लिम छात्रा को प्रवेश न देने की रिपोर्ट तलब
पुडुचेरी के सीएम ने कुलपति से मांगा जवाब।
पुडुचेरी, एएनआइ। पांडिचेरी यूनिवर्सिटी के दीक्षा समारोह में एक मुस्लिम छात्रा को शामिल होने की कथित तौर पर इजाजत न दिए जाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। मुख्यमंत्री वी. नारायणसामी ने यूनिवर्सिटी के कुलपति से मामले की रिपोर्ट मांगी है।
आरोप है कि यूनिवर्सिटी के 27वें दीक्षा समारोह में सोमवार को रुबीहा अब्दुर्रहीम को शामिल होने की इजाजत नहीं दी गई थी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद समारोह के मुख्य अतिथि थे। माना जा रहा है कि उसने स्कार्फ को अलग तरीके से पहन रखा था। शायद इसीलिए उसे इजाजत नहीं दी गई होगी। बाद में रुबीहा ने राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ अपना गोल्ड मेडल लेने से इन्कार कर दिया था।
नारायणसामी ने ट्वीट किया, 'पांडिचेरी यूनिवर्सिटी के दीक्षा समारोह में रुबीहा को शामिल होने की इजाजत न दिए जाने की घटना निंदनीय है। हालांकि, मैं वहां मौजूद था, लेकिन मुझे इसकी जानकारी नहीं हुई। मतभेद लोकतंत्र का एक पहलू है। मैंने इस मामले में कुलपति से रिपोर्ट तलब की है।' सीएम ने बुधवार को प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा था कि उन्होंने इस मामले में पुलिस से भी रिपोर्ट मांगी है।
नारायणसामी ने की एलजी किरण बेदी को वापस बुलाने की मांग
पुडुचेरी के मुख्यमंत्री ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से उपराज्यपाल (एलजी) किरण बेदी को वापस बुलाने की मांग की है। नारायणसामी ने बेदी पर 'निरंकुश तरीके' से काम करने और 'कैबिनेट के फैसलों को पलटने' का आरोप लगाया है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को मीडिया से कहा कि 23 दिसंबर को राष्ट्रपति जब पुडुचेरी दौरे पर आए थे, तब उन्होंने इससे संबंधित एक ज्ञापन सौंपा था। ज्ञापन में आरोप लगाया गया है कि बेदी अपने अधिकारों से इतर सरकार के रोजमर्रा के कार्यो में हस्तक्षेप कर रही हैं। नारायणसामी ने एलजी पर पुडुचेरी के विकास को बाधित करने का भी आरोप लगाया है।