केरल नन दुष्कर्म मामले में बिशप को हाई कोर्ट से राहत
हाई कोर्ट ने गुरुवार को कहा चूंकि यह एक पुराना मामला है इसलिए जांच में समय लगेगा।
कोच्चि, आइएएनएस/रायटर। नन दुष्कर्म मामले में बिशप फ्रैंको मुल्लकल को केरल हाई कोर्ट से राहत मिली है। बिशप पर एक नन ने दुष्कर्म का आरोप लगाया है। हाई कोर्ट ने गुरुवार को कहा चूंकि यह एक पुराना मामला है इसलिए जांच में समय लगेगा। ऐसे में गिरफ्तारी नहीं, बल्कि आरोपित को अंत में सजा मिलना सबसे महत्वपूर्ण है। पीडि़त का समर्थन कर रही ननों ने अदालत के आदेश पर असंतोष जाहिर किया है।
हाई कोर्ट ने मामले में दो अर्जियों के अलावा केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआइ) से जांच कराने की मांग को लेकर दायर तीसरी अर्जी पर भी सुनवाई की। हाई कोर्ट ने कहा कि अभी इसकी अनुमति नहीं दी जा सकती और मामले पर सुनवाई 24 सितंबर तय कर दी। जालंधर पंजाब में रोमन कैथोलिक चर्च के बिशप फ्रैंको को नोटिस भेजकर 19 सितंबर को जांच टीम के सामने हाजिर होने के लिए कहा गया है।
पीड़ित का समर्थन करने वाली ननों ने हाई कोर्ट के आदेश पर असंतोष जताते हुए कहा, 'हमें लगता है कि अब जांच को पर्दे के नीचे डाल दिया जाएगा। अदालत ने भी हमारे साथ न्याय करने से मना कर दिया है।'
मुख्य न्यायाधीश ऋषिकेश राय की अध्यक्षता वाली पीठ ने केरल पुलिस जांच टीम के शपथपत्र को ध्यान में लिया। जांच टीम ने कहा है कि पुलिस पर दबाव डालना उचित नहीं होगा क्योंकि इससे स्वतंत्र जांच पर असर पड़ेगा।
न्याय की मांग करते हुए ननों ने किया प्रदर्शन
दक्षिणी केरल में कैथोलिक ननों ने सड़कों पर प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारी ननों ने न्याय की मांग की। कोच्चि में लगातार छठे दिन प्रदर्शन जारी रहा। अब स्थानीय कार्यकर्ता, लेखक और नेता भी ननों के समर्थन में आ गए हैं। विरोध प्रदर्शन करने के लिए बने मंच के सामने एक आदमी ने भूख हड़ताल शुरू की है।