Move to Jagran APP

कॉमिक्स में नजर आएंगे नक्सल हमले में शहीद सीआरपीएफ के हीरो

छत्तीसगढ़ में शहीद जवानों की वीरगाथा को किया गया है शामिल....

By Gunateet OjhaEdited By: Published: Sun, 06 Aug 2017 10:11 PM (IST)Updated: Sun, 06 Aug 2017 10:11 PM (IST)
कॉमिक्स में नजर आएंगे नक्सल हमले में शहीद सीआरपीएफ के हीरो
कॉमिक्स में नजर आएंगे नक्सल हमले में शहीद सीआरपीएफ के हीरो

नईदुनिया, रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर शहीद सीआरपीएफ के हीरो अब कॉमिक्स बुक में नजर आएंगे। इसमें जवानों की वीरगाथा की कहानी रोचक अंदाज में दी गई है। जवानों के अदम्य साहस की जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए सीआरपीएफ ने यह पहल की है।

loksabha election banner

सीआरपीएफ आइजी डीएस चौहान ने नईदुनिया को बताया कि बस्तर में सीआरपीएफ के जवान जांबाजी से लोहा ले रहे हैं। यहां शहीद जवानों के पारिवारिक जीवन से लेकर मोर्चे पर मुस्तैदी की कहानी तैयार की गई है। राज्य के 20-25 हीरो की कहानी को कॉमिक्स के रूप में पेश किया गया है। इसे जल्द ही शहीदों के परिवार वालों के साथ लांच किया जाएगा। अब तक बॉर्डर पर शहीदों की वीरगाथा पर सीआरपीएफ की ओर से कॉमिक्स निकाली जाती थी, लेकिन पहली बार नक्सल मोर्चे पर शहीद जवानों पर निकाली जा रही है।

चौहान ने बताया कि इस कॉमिक्स को सीआरपीएफ की सभी बटालियन में रखा जाएगा। बस्तर के नक्सल मोर्चे पर तैनात जवान जब इस कॉमिक्स को पढ़ेंगे तो उनका मनोबल बढ़ेगा। यही नहीं, जवानों के अदम्य साहस से नए रंगरूटों को काफी कुछ सीखने को भी मिलेगा। इससे पहले सीआरपीएफ की ओर से शहीद जवानों को लेकर एक कॉफी टेबल बुक प्रकाशित की गई थी। सीआरपीएफ के आला अधिकारियों ने बताया कि पिछले 17 साल में सीआरपीएफ के 350 से ज्यादा जवान शहीद हुए हैं। ताड़मेटला में 75 जवान नक्सलियों के एंबुश में फंसे थे। कॉमिक्स में उन जवानों की कहानियों को भी शामिल किया गया है।

स्कूलों में पढ़ा रहे जवानों के साहस की कहानी

छत्तीसगढ़ पुलिस के जवानों के साहस की कहानी को स्कूलों में पढ़ाया जा रहा है। नक्सल मोर्चे पर शहीद छत्तीसगढ़ के जवानों का शौर्य बयां किया जा रहा है। पुलिस के आला अधिकारियों के अनुसार स्थानीय स्कूलों में जब छात्र अपने स्कूल से पढ़े जवान के शौर्य की कहानी पढ़ते हैं तो उनके मन में देश के प्रति जज्बा पैदा होता है। इससे नक्सलियों को स्थानीय मदद रोकने में सफलता मिल रही है।

1100 से ज्यादा जवान हुए हैं शहीद

छत्तीसगढ़ के नक्सल मोर्चे पर 1100 से ज्यादा जवान शहीद हुए हैं। 2007 में 182 और 2010 में 153 जवान शहीद हुए। सीआरपीएफ के 35 हजार से ज्यादा जवान नक्सलियों के कोर एरिया में तैनात हैं और विकास कार्यो में मदद कर रहे हैं। नक्सलियों की राजधानी अबूझमाड़ में स्थानीय पुलिस के साथ सीआरपीएफ के जवान लोहा ले रहे हैं।

यह भी पढ़ेंः अमरनाथ आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ: आईजी मुनीर खान


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.