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बंसल के चढ़ते ही खूब चमका रिश्तेदारों का कारोबार

चंडीगढ़, ओजकेश्वर पाण्डेय। केंद्र में मजबूत स्थिति में आने के बाद रेलमंत्री व स्थानीय सांसद पवन कुमार बंसल के कुछ रिश्तेदारों की संपत्ति में लगातार इजाफा हुआ। बंसल 2006 में वित्त राज्य मंत्री बने थे। बंसल के भांजे विजय सिंगला व उनके भाई मदन मोहन सिंगला ने 2006 के बाद खूब संपत्ति बनाई।

By Edited By: Published: Sat, 04 May 2013 09:12 PM (IST)Updated: Sun, 05 May 2013 06:04 PM (IST)
बंसल के चढ़ते ही खूब चमका रिश्तेदारों का कारोबार

चंडीगढ़, ओजकेश्वर पाण्डेय। केंद्र में मजबूत स्थिति में आने के बाद रेलमंत्री व स्थानीय सांसद पवन कुमार बंसल के कुछ रिश्तेदारों की संपत्ति में लगातार इजाफा हुआ। बंसल 2006 में वित्त राज्य मंत्री बने थे। बंसल के भांजे विजय सिंगला व उनके भाई मदन मोहन सिंगला ने 2006 के बाद खूब संपत्ति बनाई।

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शुरुआती दिनों में इन दोनों भाइयों ने ठेकेदारी का काम कर अपना व्यवसाय शुरू किया। मदन मोहन सिंगला के पास चंडीगढ़ में जितनी भी सड़कें बनाई जा रही हैं, इसका ठेका है। वहीं, विजय सिंगला भी अपने ठेके के काम के साथ-साथ पवन बंसल के लेन-देन का काम देखा करता था। चंडीगढ़ में फाइनेंस का कारोबार करने के अलावा कुछ कंपनियों की फ्रेंचाइजी भी विजय सिंगला के नाम है। इतना ही नहीं, वह चंडीगढ़ में सिंगला इंडस्ट्रियल एरिया में वे निर्माणाधीन एक मॉल के मालिक भी हैं। ट्यूबलाइट की फैक्ट्री, जीरकपुर में स्कूल, व अन्य कई व्यवसाय भी उनके पास हैं।

सिंगला की रेलवे प्रशासन में काफी अंदर तक पहुंच थी, क्योंकि रेलवे में ट्रांसफर, पोस्टिंग और अन्य कार्य चुटकियों में करवाया करता था। रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया गया संदीप गोयल भी पवन बंसल का दूर का संबंधी है। इस पूरे मसले पर भाजपा नेता सत्यपाल जैन कहते हैं कि बंसल के मंत्री बनते ही वह सारे काम अपने संबंधियों के जरियेकरवाया करते थे। प्रमोशन के लिए हुई डील के रुपयों के लेनदेन में विजय सिंगला का दोस्त संदीप गोयल भी शामिल था। इस डील में ये बिचौलिये के तौर पर काम करता रहा था। वहीं, मंजूनाथ का इस डील में कैरियर के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था।

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