Lockdown in Raipur : छत्तीसगढ़ में कोरोना के रिकॉर्ड मामले, रायपुर में दस दिनों का लॉकडाउन, जिले की सभी सीमाएं सील
छत्तीसगढ़ में कोरोना दिन-ब- दिन कहर बरपा रहा है। संक्रिमतों का आंकड़ा रोज नए रिकार्ड की ओर बढ़ रहा है। बुधवार को एक ही दिन में 9921 लोग संक्रमित पाए गए हैं। यह कोरोना संक्रमण का दौर शुरू होने के बाद से अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है।
रायपुर, राज्य ब्यूरो। छत्तीसगढ़ में कोरोना दिन-ब- दिन कहर बरपा रहा है। संक्रिमतों का आंकड़ा रोज नए रिकार्ड की ओर बढ़ रहा है। बुधवार को एक ही दिन में 9,921 लोग संक्रमित पाए गए हैं। यह कोरोना संक्रमण का दौर शुरू होने के बाद से अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। सोमवार को प्रदेशभर में 53 लोगों की मौतें भी हुई। रायपुर में दस दिनों का लॉकडाउन लगाया गया है। इस बारे में घोषणा करते हुए रायपुर जिला कलेक्टर एस भारती दासन ने कहा कि कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए रायपुर जिले को 9 अप्रैल को शाम 6 बजे से 19 अप्रैल तक सुबह 6 बजे तक कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया है। इस अवधि के दौरान जिले की सभी सीमाएं सील रहेंगी।
रायपुर जिला कलेक्टर एस भारती दासन ने कहा कि कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए रायपुर जिले को 9 अप्रैल को शाम 6 बजे से 19 अप्रैल तक सुबह 6 बजे तक कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया है। इस अवधि के दौरान जिले की सभी सीमाएं सील रहेंगी। इस दौरान जरूरी सेवाओं के अलावा बाहर निकलने पर प्रतिबंध रहेगा।मेडिकल दुकानों को अपने निर्धारित समय में खुलने की अनुमति होगी। दूध वितरण और समाचार पत्रों के वितरण की सुबह 6-8 बजे और शाम 5-6:30 तक अनुमति होगी। दूध वितरण के लिए दुकान नहीं खोली जाएंगी। दुकान के सामने सामाजिक दूरी का ध्यान रखते हुए दूध वितरण किया जाए। छत्तीसगढ़ के गृह मंत्री ताम्रध्वज राजू ने कहा कि लोगों को कोरोना के के इलाज में देरी नहीं करने की सलाह दी जाती है। जांच के लिए आने वाले मरीजों के लिए अलग केंद्र बनाए जाएंगे, जिसमें वेंटिलेटर, ऑक्सीजन की जरूरत होगी।
संक्रमण के मामले में देश में दूसरे स्थान पर छत्तीसगढ़
कोरोना संक्रमण अब सरकारी कार्यालयों के कामकाज को भी प्रभावित करने लगा है। इसके कारण विधानसभा सचिवालय, नवा रायपुर स्थित श्रमायुक्त कार्यालय बंद करना पड़ा है। रायपुर में आरडीए और पंजीयन कार्यालय सील कर दिया गया है। कोरोना के बढ़ते मामलों का सीधा असर अस्पतालों की व्यवस्था पर पड़ रहा है। प्रदेश के तीन सर्वाधिक प्रभावित जिलों रायपुर, दुर्ग और राजनांदगांव में अब अस्पतालों में बिस्तर कम पड़ने लगे हैं। वैंटिलेटर और आक्सीजन बेड पूरी तरह भर गए हैं। बढ़ते आंकड़ों की दहशत में कोरोना जांच केंद्रों में लंबी-लंबी कराते लग रही हैं, जबकि पर्याप्त सप्लाई नहीं होने के कारण कई जिलों में टीकाकरण बंद हो गया है।
वैक्सीन खत्म, बुधवार को आने की उम्मीद
राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. अमर सिंह ठाकुर ने बताया कि रविवार देर रात साढ़े तीन लाख वैक्सीन आई थी। इसकी वजह से स्टाक लगभग खाली हो चुका है। इससे बुधवार को टीकाकरण प्रभावित हो सकता है। बुधवार को ही वैक्सीन की नई खेप आने की उम्मीद है।