हाल ही में महाराष्ट्र में भी हुई थी उदयपुर जैसी गला रेतने की वारदात, करीबियों के दावे से अब उठ रहे सवाल
उदयपुर में कन्हैयालाल की बर्बरता से हत्या की घटना ने देश को स्तब्ध कर दिया है। हाल ही में महाराष्ट्र में भी उदयपुर जैसी गला रेतने की वारदात हुई थी। अमरावती में दवा व्यवसायी उमेश कोल्हे की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी।
नई दिल्ली, जेएनएन। महाराष्ट्र के अमरावती जिले में भी 21 जून की रात करीब 10 बजे एक बर्बर घटना में दवा व्यवसायी उमेश कोल्हे की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी। इसे लूट की घटना बताया जा रहा है, लेकिन पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। मामले में मुदस्सर अहमद, शाहरुख पठान, अब्दुल तौफीक शेख, शोएब खान और अतीश राशिद को गिरफ्तार किया था।
बैग में मौजूद 35,000 रुपये नहीं ले गए थे आरोपित
अब पता चला है कि घटना लूट के लिए हुई, लेकिन कोल्हे के पास बैग में मौजूद 35,000 रुपये आरोपित नहीं ले गए। स्थानीय भाजपा नेता इसे उदयपुर की घटना से जोड़ते हुए जांच की मांग कर रहे हैं। कोल्हे के करीबियों का कहना है कि उन्होंने नुपुर के समर्थन में पोस्ट की थी। जिसके बाद यह घटना हुई।
राज्यसभा सांसद डा. अनिल बोंडे ने बताया उदयपुर जैसी वारदात
इस बीच, राज्यसभा सांसद डा. अनिल बोंडे ने इसे उदयपुर जैसी घटना बताया। सांसद ने यह भी कहा कि शहर के 10 लोगों को नुपुर शर्मा का समर्थन करने के लिए धमकी भरे फोन किए गए हैं। पुलिस कह रही है कि आरोपितों ने अभी तक हत्या का कारण नहीं बताया है। वह कह रहे हैं कि उन्हें हत्या करने के लिए किसी ने कहा था।
उदयपुर हत्याकांड को 'जायज' बताने वाले कंटेंट हटाएं : केंद्र
मुंबई, रायटर : भारत सरकार ने सभी इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मो से कहा है कि वे सभी कंटेंट को तुरंत हटाएं, जिनमें उदयपुर हत्याकांड को जायज ठहराया गया है। इलेक्ट्रानिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने बुधवार को इस संबंध में नोटिस जारी किया। मंत्रालय ने कहा कि कंटेंट को हटाना सार्वजनिक व्यवस्था, शांति और सद्भाव के लिए अत्यंत जरूरी है।
उदयपुर में दिनदहाड़े हुई थी वारदात
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को दोपहर के वक्त रियाज अख्तरी और गौस मोहम्मद नाम के दो आरोपियों ने राजस्थान के उदयपुर में दिनदहाड़े कन्हैयालाल की बर्बरता से हत्या कर दी थी। दोनों ने टेलर कन्हैयालाल की दुकान में घुसकर धारदार हथियार से पहले उनके शरीर पर कई वार किए और फिर गर्दन काटकर मार डाला था। कन्हैयालाल ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नुपुर शर्मा के समर्थन में इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट किया था। हत्यारों ने घटना के बाद रक्त से सने हथियार दिखाकर हंसते हुए एक वीडियो जारी कर अन्य लोगों को भी गला काटने की धमकी दी थी।