दहशतगर्दी के खिलाफ एकजुट है देश: प्रधानमंत्री
प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि दहशतगर्दी के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। आतंकियों के मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। देश उन सैनिकों के प्रति कृतज्ञ है, जिन्होंने श्रीनगर में सोमवार को आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत दी। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि आतंकि
जम्मू, [सतनाम सिंह]। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कहा कि दहशतगर्दी के खिलाफ पूरा देश एकजुट है। आतंकियों के मंसूबों को कभी कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। देश उन सैनिकों के प्रति कृतज्ञ है, जिन्होंने श्रीनगर में सोमवार को आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत दी। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि आतंकियों के ऐसे हमलों पर रोक लगाई जाए। दो दिवसीय जम्मू-कश्मीर दौरे पर आए मनमोहन सिंह ने सोनिया गांधी के साथ सेना के बेस कैंप अस्पताल जाकर आतंकी हमले में घायल जवानों का हाल जाना। उनके दौरे के एक दिन पूर्व सोमवार को श्रीनगर के हैदरपोरा में हुए आतंकी हमले में आठ जवान शहीद हुए थे और 19 घायल हो गए थे।
संप्रग अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ जम्मू-कश्मीर के पहुंचे प्रधानमंत्री ने मंगलवार सुबह किश्तवाड़ में 850 मेगावाट की क्षमता वाले रतले पनबिजली प्रोजेक्ट के नींव की ईट रखी। प्रधानमंत्री ने कहा कि रतले प्रोजेक्ट विकास की दिशा में एक अहम कदम है। इसकी लागत 5500 करोड़ रुपये होगी। यह 2018 तक पूरा होगा। इसके साथ पर्यावरण संरक्षण व पुनर्वास पर 262 करोड़ रुपये खर्च होंगे। प्रधानमंत्री ने जोर दिया कि राज्य सरकार व प्रोजेक्ट प्रबंधन पूरा प्रयास करे कि लोगों को समय पर उनका हक मिल सके। प्रोजेक्ट निर्माण के दौरान राष्ट्रीय पुनर्वास नीति के मुताबिक रोजगार मिलेगा।
डॉ. सिंह ने कहा कि पावर बिग्रेड कॉरपोरेशन 1629 करोड़ की लागत से श्रीनगर-लेह ट्रांसमिशन लाइन बिछाएगा। इससे लद्दाख को बिजली सप्लाई की जाएगी। चिनाब, झेलम, सिंधु जैसी नदियों ने राज्य को 14,000 मेगावाट की बिजली दोहन क्षमता अता की है, लेकिन अब तक सिर्फ 2500 का दोहन संभव हुआ है। उन्होंने कहा कि केंद्र की ओर से जम्मू-कश्मीर को 150 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिलेगी। जल्द उड़ी-2 प्रोजेक्ट भी शुरू हो जाएगा।
राज्य के हालात में बेहतरी का हवाला देते हुए सिंह ने कि पहले के मुकाबले 2012 काफी हद तक शांत रहा। राज्य सरकार को चाहिए कि वह लोकतांत्रिक संस्थानों में लोगों की भागीदारी भी सुनिचित करे। अवाम के बेहतर भविष्य के लिए विकास योजनाओं की कामयाबी जरूरी है, इसके लिए जमीनी सतह पर हालात बेहतर होना जरूरी है। प्रधानमंत्री ने 2004 के अपने राज्य दौरे का जिक्र करते हुए कहा कि हमने तरक्की के लिए 37 हजार करोड़ रुपये की योजनाएं मंजूर की थीं। इसमें आतंकवाद प्रभावितों का पुनर्वास भी शामिल था। इनमें से 34 प्रोजेक्ट तैयार हैं। एक हजार करोड़ की लागत के प्रोजेक्ट लागू किए जा रहे हैं।
दो टूक, हिंसा से दबाव में नहीं आएंगे
श्रीनगर, [नवीन नवाज]। प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह ने मंगलवार को कश्मीर में अमन बहाली के लिए बातचीत पर जोर देते हुए कहा कि हम हिंसा को त्यागकर शांति की राह पर आने वालों से किसी भी समय बातचीत को तैयार हैं। अगर कोई यह सोचता है कि हम हिंसा व अस्थिरता फैलाने वाले आतंकियों के दवाब में आ जाएंगे तो वह गलत सोचता है। हमारे विरोधी यह अच्छी तरह समझ लें कि हम इन हमलों से डरने वाले नहीं। अस्थिरता व हिंसा फैलाकर हमारी अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचाने की आतंकी साजिशों के आगे हम नहीं झुकेंगे। हम इन तत्वों को सख्ती से नाकाम बनाएंगे।
प्रधानमंत्री श्रीनगर के एसकेआइसीसी में आयोजित एक समरोह के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मैं हमेशा कहता आया हूं कि कश्मीर समस्या के समाधान और अमन बहाली के लिए हम हमेशा उन लोगों से बातचीत के लिए तैयार हैं जो हिंसा और बंदूक का रास्ता छोड़कर शांति का मार्ग अपनाएंगे। सोमवार को सैन्य काफिले पर आतंकी हमले के बारे में प्रधानमंत्री ने कहा कि यह अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। यह कायरतापूर्ण और निंदनीय कृत्य है।
सड़क योजना के लिए दिए 710 करोड़
श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर में प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना (पीएमजीएसवाइ) के तहत अधिगृहीत जमीन के मुआवजे के लिए प्रधानमंत्री ने राज्य को 710 करोड़ की राशि प्रदान करने की घोषणा की। उन्होंने कहा, केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव को जल्द मंजूरी भी दे दी जाएगी। श्रीनगर में राज्य कैबिनेट और अधिकारियों के साथ एक बैठक में सिंह ने कहा कि केंद्र ने जम्मू-कश्मीर को सड़क योजना के लिए 710 करोड़ की राशि प्रदान करने के प्रस्ताव का नोट तैयार कर लिया है।
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