रविशंकर प्रसाद ने बचाया छात्र का एक साल
सोशल मीडिया के कायल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में ऐसे मंत्रियों की संख्या बढ़ने लगी है जो आम आदमी के एक ट्वीट के प्रति संवेदनशील हो। केंद्रीय तकनीक व सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने व्यक्तिगत रुचि लेते हुए असाधारण रूप से एक छात्र का पूरा एक साल बचा
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। सोशल मीडिया के कायल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कैबिनेट में ऐसे मंत्रियों की संख्या बढ़ने लगी है जो आम आदमी के एक ट्वीट के प्रति संवेदनशील हो। केंद्रीय तकनीक व सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने व्यक्तिगत रुचि लेते हुए असाधारण रूप से एक छात्र का पूरा एक साल बचा दिया। गल्ती से लखनऊ पहुंचे छात्र के आवेदन पत्र को उन्होंने पूरी मशक्कत से उसी दिन न सिर्फ पटना में बिहार लोकसेवा आयोग के कार्यालय पहुंचा दिया बल्कि यह भी सुनिश्चित कर लिया कि तिथि खत्म होने के बावजूद उस आवेदन को स्वीकृत कर लिया जाए।
दिल्ली के मुखर्जीनगर में रहने वाले एक छात्र शिवानंद पराशर ने दो दिन पहले ट्वीट पर रविशंकर को बताया कि 3 मार्च को बिहार लोकसेवा आयोग को भेजी गई डाक किसी गल्ती से लखनऊ पहुंच गई। उसने यह भी बताया कि आवेदन जमा करने की आखिरी तिथि अगले दिन यानी 9 मार्च 2016 है। रविशंकर के निर्देश पर पूरा महकमा सक्रिय हुआ। लखनऊ के मुख्य पोस्टमास्टर जनरल से बात की गई और वह डाक ढूंढी गई। तत्काल विशेष मैसेंजर के जरिए वह पटना रवाना की गई। डाक 9 मार्च की शाम को पटना पहुंची और फिर रविशंकर ने बीपीएससी से आग्रह किया कि डाक विभाग के कारण थोड़ी देर हुई है लिहाजा इसे स्वीकार कर लेना चाहिए। बीपीएससी ने उसे स्वीकार कर लिया है। रविशंकर ने वापस ट्वीट कर पराशर को आगामी परीक्षा के बधाई दी तो छात्र ने भी उनकी सराहना की।
गौरतलब है कि मोदी सरकार में रेल मंत्री सुरेश प्रभु और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज आम आदमी के ट्वीट को लेकर काफी संवेदनशील रहे हैं। आम जनों की कई समस्याओं का समाधान ट्वीट के माध्यम से तेजी से किया गया है। रविशंकर भी इस क्लब में शामिल हो गए हैं।