कोयला घोटाले की जांच फिर रवि कांत के हवाले
नई दिल्ली। सीबीआइ से तबादला कर इंटेलीजेंस ब्यूरो भेजे गए वरिष्ठ आइपीएस रवि कांत दोबारा कोल ब्लाक आवंटन घोटाले की जांच का जिम्मा संभालेंगे। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद केंद्र सरकार ने कोयला घोटाले की जांच पूरी होने तक उन्हें सीबीआइ वापस भेजे जाने का आदेश जारी कर दिया है। हालांकि, जांच पूरी होने के बाद वह आइबी में ही अपनी सेवाएं देंगे।
नई दिल्ली। सीबीआइ से तबादला कर इंटेलीजेंस ब्यूरो भेजे गए वरिष्ठ आइपीएस रवि कांत दोबारा कोल ब्लाक आवंटन घोटाले की जांच का जिम्मा संभालेंगे। सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद केंद्र सरकार ने कोयला घोटाले की जांच पूरी होने तक उन्हें सीबीआइ वापस भेजे जाने का आदेश जारी कर दिया है। हालांकि, जांच पूरी होने के बाद वह आइबी में ही अपनी सेवाएं देंगे।
कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग [डीओपीटी] ने मंगलवार जारीआदेश में कहा, कोल ब्लाक आवंटन घोटाले की जांच का कार्य पूरा होने तक डीआइजी सीबीआइ के तौर पर आइपीएस रवि कांत की दोबारा नियुक्ति की मंजूरी दी जाती है। विभाग ने इस बाबत आवश्यक निर्देश सीबीआइ निदेशक को दे दिए हैं। कोल ब्लाक आवंटन मामले की जांच रिपोर्ट में छेड़छाड़ पर आठ मई को सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने रवि कांत के तबादले पर कड़ा रुख अपनाया था। अदालत ने उन्हें घोटाले की जांच का जिम्मा दोबारा सौंपने का आदेश दिया था।
ओडिशा कैडर के 1998 बैच के आइपीएस रवि कांत के तबादले पर सीबीआइ ने अपनी सफाई में कहा था कि उक्त अफसर ने जांच एजेंसी में अपना कार्यकाल पूरा कर लिया था। उन्हें डीआइजी का प्रमोशन देते हुए आइबी भेजा गया था। विस्तार दिए जाने के बावजूद पारिवारिक कारणों से वह सीबीआइ से चले गए। गौरतलब है कि इस बहुचर्चित मामले में सीबीआइ अब तक 11 एफआइआर दर्ज कर जांच में जुटी है।
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