रतन टाटा होंगे रेलवे की कायाकल्प परिषद के प्रमुख
बजट में किए गए वादों को पूरा करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को 'कायाकल्प' परिषद गठित कर दी। साथ ही देश के जाने-माने उद्योगपति व टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया। कायाकल्प परिषद रेलवे में निवेश आकर्षित करने के लिए आवश्यक
नई दिल्ली [जेएनएन]। बजट में किए गए वादों को पूरा करते हुए रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने गुरुवार को 'कायाकल्प' परिषद गठित कर दी। साथ ही देश के जाने-माने उद्योगपति व टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा को इसका अध्यक्ष नियुक्त किया। कायाकल्प परिषद रेलवे में निवेश आकर्षित करने के लिए आवश्यक बदलावों की रूपरेखा तैयार करेगी और इसे एक नया चेहरा प्रदान करने के लिए सुझाव देगी।
रेल मंत्री ने कायाकल्प परिषद के गठन का एलान 2015-16 के रेल बजट में किया था। परिषद में रेलवे की दो यूनियनों के प्रतिनिधियों के तौर पर एआइआरएफ के महासचिव शिवगोपाल मिश्रा तथा एनएफआइआर के महासचिव एम राघवैया को शामिल किया गया है। परिषद में अन्य सदस्यों को भी शामिल करने का प्रस्ताव है, जिनके नामों का एलान जल्द होगा। फिलहाल परिषद की कार्यसूची को अंतिम रूप दिया जा रहा है।
प्रभु बोले, 'हम बजट भाषण में किए गए सभी प्रस्तावों को अमलीजामा पहनाने की कोशिश कर रहे हैं। कायाकल्प परिषद के गठन का प्रस्ताव भी उन्हीं में से एक है।' उन्होंने प्रत्येक सक्रिय एवं संपन्न संस्थान को अपने कामकाज में नवीनता लाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि सरकारी ट्रांसपोर्टर में भी इसकी उतनी ही जरूरत है। बिना नए विचारों और नए अनुभवों के कायाकल्प संभव नहीं है। यही कारण है कि रतन टाटा और दो अन्य प्रतिष्ठित नेताओं को परिषद का हिस्सा बनाया गया है।
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