इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ जांच की फाइल राष्ट्रपति भवन ने फिर लौटाई
अनियमितता के आरोपों में घिरे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति डा रतनलाल हंगलू के खिलाफ प्रस्तावित जांच की मांग को राष्ट्रपति भवन ने एक बार फिर से खारिज कर दिया है।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। अनियमितता के आरोपों में घिरे इलाहाबाद विश्वविद्यालय के कुलपति डा रतनलाल हंगलू के खिलाफ प्रस्तावित जांच की मांग को राष्ट्रपति भवन ने एक बार फिर से खारिज कर दिया है। नियमों तक हवाला देते हुए ऐसे में मामले में कुलपति के पक्ष को भी जानना जरूरी बताया है। साथ ही आगे से इस तरह के मामलों में नोटिस जारी कर कुलपति के जवाब को जरुरी बताया है।
विवि के कुलपति हंगलू के खिलाफ जांच कराने की मानव संसाधन विकास मंत्रालय की मांग को राष्ट्रपति भवन ने दूसरी बार अप्रत्यक्ष रुप से खारिज किया है। इससे पहले भी मंत्रालय ने राष्ट्रपति से कुलपति के खिलाफ लगे आरोपों की जांच के लिए अनुमति मांगी थी, लेकिन उस समय पहले अपने स्तर पर जांच कराने की बात कही गई थी। हालांकि इसके बाद मंत्रालय ने अपने स्तर पर जांच कराई, जिसमें कुलपति के खिलाफ लगे आरोपों को सही पाया गया। साथ ही सिफारिश की गई थी, कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच भी कराई जानी चाहिए।
राष्ट्रपति से इस मामले में अनुमति इसलिए भी जरुरी है, क्योंकि राष्ट्रपति ही केंद्रीय विश्वविद्यालयों के कुलाधिपति होते है। ऐसे में किसी भी केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति को हटाने या उसके खिलाफ जांच कराने के लिए राष्ट्रपति की अनुमति जरूरी होती है। मंत्रालय की ओर से कुलपति के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच कराने की अनुमति को लेकर भेजे गए प्रस्ताव में उनके खिलाफ प्रवेश में धांधली सहित वित्तीय अनियमितताओं से जुड़े कई गंभीर आरोप है।