राज्यवर्धन ने मुख्यमंत्री गहलोत पर उनके भाजपा विरोधी बयान को लेकर साधा निशाना, कहा- वो अपने आकाओं की भाषा बोल रहे हैं
राठौड़ ने मंगलवार को जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गई है। दलितों और महिलाओं के उत्पीड़न में राजस्थान देश में नंबर एक पर है। अपनी जिम्मेदारी छोड़कर गहलोत इस तरह के बयान दे रहे हैं।
जागरण संवाददाता, जयपुर: पैरामिलिट्री फोर्स और पुलिस की गाड़ियों के जरिए भाजपा के दफ्तरों में पैसा पहुंचाए जाने को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दिए गए बयान पर भाजपा ने आपत्ति जताई है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा, गहलोत अपने आकाओं की भाषा बोल रहे हैं। पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के आका हैं, उनकी भाषणा कांग्रेस बोलती है। ये वही लोग हैं जो बार-बार पाकिस्तान की बात करते हैं।
राठौड़ ने मंगलवार को जयपुर में मीडिया से बात करते हुए कहा कि राजस्थान में कानून व्यवस्था पूरी तरह से खत्म हो गई है। दलितों और महिलाओं के उत्पीड़न में राजस्थान देश में नंबर एक पर है। अपनी जिम्मेदारी छोड़कर गहलोत इस तरह के बयान दे रहे हैं। ये सैनिकों का ही नहीं उनकी माताओं का भी अपमान है। गहलोत को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि गहलोत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खिलाफत करते करते वह राष्ट्र की खिलाफत करने लग गए हैं।
आपको बता दें, राज्य के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा और पैरामिलिट्री फोर्स पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने पैसों के दम पर राज्यों में सरकारें बदलने को लेकर भाजपा पर निशाना साधा है। गहलोत ने भाजपा और पैरामिलिट्री फोर्स सरकार बदलने का काम करती है। पैसों के दम पर राज्यों में सरकारें बदली जाती है। सीएम ने कहा कि फोर्स और पुलिस के ट्रकों में दो नंबर का पैसा भरकर भाजपा के दफ्तरों में पहुंचाया जाता है। उन्होंने कहा,ये (भाजपा के नेता) जिन राज्यों में इनकी सरकारें हैं वहां पुलिस और पैरामिलिट्री फोर्स को पकड़ते हैं। ट्रक में भरकर पैसा लाते हैं, भाजपा के दफ्तर के पिछवाड़े ले जाते हैं।
उन्होंने कहा कि गोवा, अरुणाचल, कर्नाटक, मध्यप्रदेश और अब महाराष्ट्र में आलू प्याज से सरकारें नहीं बदली गई हैं। पैसों से बदली गई है। सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात माडल फ्लाप हो गया। गुजरात माडल के नाम पर पूरे देश को धोखा दिया गया। माडल कुछ था ही नहीं, केवल मार्कटिंग थी।