उपराष्ट्रपति ने PM मोदी को 'मौनी बाबा' कहने पर की खरगे की खिंचाई, बोले- आपके स्कार्फ की कराई जाए JPC जांच?
राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री से पूछना चाहता हूं कि आप इतने शांत क्यों हैं। आप हर दूसरे व्यक्ति को डराते हैं आप उद्योगपतियों को क्यों नहीं डरा रहे हैं?
नई दिल्ली, एएनआई। राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर कटाक्ष किया और अडानी मुद्दे पर उनकी चुप्पी पर सवाल उठाते हुए उन्हें ''मौनी बाबा'' कहा। खरगे की टिप्पणी के जवाब में राज्यसभा अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने कहा कि इस तरह की टिप्पणी ''उनके कद के अनुरूप नहीं है''।
खरगे राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब दे रहे थे, इस बीच धनखड़ के साथ उनकी लंबी नोकझोंक हुई। खरगे ने कहा कि मैं पीएम से पूछना चाहता हूं कि आप इतने शांत क्यों हैं। आप हर दूसरे व्यक्ति को डराते हैं, आप उद्योगपतियों को क्यों नहीं डरा रहे हैं? उन्होंने कहा, ''नफरत फैलाने वाले लोग, अगर पीएम ने उन पर नजर उठाई तो वे यह सोचकर बैठ जाएंगे कि मुझे इस बार टिकट नहीं मिलेगा। लेकिन आज उन्होंने चुप रहना चुना है। वह मौनी बाबा बन गए हैं।''
खरगे कर रहे थे JPC जांच की मांग
खरगे राज्यसभा में अडानी मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच कराने की मांग कर रहे थे। इस बीच, धनखड़ ने कहा, ''यह आपके कद के अनुरूप नहीं है। सच कहूं, तो कुछ पद हैं जिनके लिए हमें बहुत सम्मान देना होगा। यह इस सदन में 8 दिसंबर को था, मैंने कहा कि सदन के नेता, विपक्ष के नेता और दो पूर्व पीएम बोलेंगे, मैं रूल बुक बाद में देखूंगा।'' उन्होंने आगे कहा, ''इसी तरह, आप संस्थानों के साथ इस तरह का व्यवहार नहीं कर सकते। आप एक वरिष्ठ सदस्य हैं।''
उन्होंने कहा कि यह एक ऊंचा संवैधानिक पद है। मुझे उम्मीद थी कि आप बहस का स्तर बढ़ाएंगे।'' जगदीप धनखड़ ने कहा कि विपक्षी सदस्य विदेशी रिपोर्टों पर आधारित राष्ट्र विरोधी बयानों के लिए संसदीय मंच का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए। इससे नाराज खरगे ने कहा कि वर्ष 2014 में प्रधानमंत्री ने कहा था, 'न खाऊंगा न खाने दूंगा। क्या ये सिर्फ जुमला था।'
गौतम अडानी का नाम लिए बगैर खरगे ने कहा कि मोदी के एक करीबी मित्र की संपत्ति सिर्फ ढाई साल में 13 गुनी हो गई है। निजी संपत्ति 2014 में 50 हजार करोड़ से 2019 में एक लाख करोड़ रुपये हो गई है। ऐसा क्या चमत्कार हुआ कि दो साल में 12 लाख करोड़ की संपत्ति हासिल कर ली गई।
'बिना सबूत के नहीं लगा सकते बेबुनियाद आरोप'
इस पर धनखड़ ने कहा कि आप संसद में बिना सुबूत के बेबुनियाद आरोप नहीं लगा सकते। सदन के नेता पीयूष गोयल ने बीच बचाव करते हुए खरगे से कहा कि वह निराधार आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने चुटकी लेते हुए पूछा-आपके पहने हुए लुई विटान स्कार्फ की क्या जेपीसी जांच कराई जाए? भाजपा सदस्य सुशील मोदी ने नियम 238 के तहत इन आरोपों का विरोध किया। राज्यसभा ने 'राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव' पर बहस शुरू करने के लिए 'शून्यकाल' और 'प्रश्नकाल' दोनों को स्थगित कर दिया।