संसद में गरमाया EVM से छेड़छाड़ का मुद्दा, मतपत्र से चुनाव कराने की मांग
विपक्षी सांसदों के हंगामें पर राज्यसभा उपसभापति पीजे कुरियन ने कहा कि ईवीएम में छेड़छाड़ का मुद्दा चुनाव आयोग के सामने उठाइए, इसका सदन से लेना-देना नहीं है।
नई दिल्ली, जेेएनएन। हाल के विधानसभा चुनाव में हुई करारी हार से बौखलाए विपक्ष ने बुधवार को संसद में ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा कर जम कर हंगामा किया। सरकार ने विपक्ष को गरिमापूर्ण तरीके से हार को स्वीकार करने की अपील की। साथ ही यह भी कहा है कि वे अपनी शिकायत चुनाव आयोग से कर सकते हैं।
राज्य सभा में कार्यवाही शुरू होने के तुरंत बाद कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने पिछले दिनों मध्य प्रदेश के उपचुनाव के लिए हो रहे ईवीएम के प्रदर्शन के दौरान गड़बड़ी सामने आने का मुद्दा उठाना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि इससे साबित हो गया है कि इन मशीनों के साथ गड़बड़ी हो रही है। इसलिए आने वाले चुनावों में छपे हुए मतपत्रों का ही उपयोग किया जाना चाहिए। इस पर मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि ईवीएम में किसी भी तरह की छेड़छाड़ को रोकने के लिए चुनाव आयोग ने बहुत पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
इसके बावजूद विपक्ष की ओर से लगातार इस मामले पर सरकार पर हमला होता रहा। बसपा प्रमुख मायावती और सपा के राज्य सभा नेता रामगोपाल यादव ने उत्तर प्रदेश चुनावों में भाजपा पर हेराफेरी का आरोप लगाया। मायावती ने कहा कि लोकतंत्र की हत्या की गई है और इस पर पार्टी ने अदालत का दरवाजा भी खटखटाया है। संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने इन आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि 2004 और 2009 के लोकसभा चुनाव हों या फिर हाल के दिल्ली, बिहार या पंजाब के विधानसभा चुनाव हों, इनमें भाजपा की हार हुई। तब कांग्रेस को इस को ले कर कोई एतराज नहीं हुआ। राज्य सभा उप सभापति पीजी कूरियन ने यह मुद्दा चुनाव आयोग के सामने उठाने को कहा।
उधर, लोकसभा में विपक्ष के सदस्यों की ओर से इस संबंध में पूछे गए सवाल पर सरकार की ओर से कानून राज्य मंत्री पीपी चौधरी ने लिखित जवाब में कहा है कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ को ले कर लगे आरोपों पर सरकार सूचना एकत्रित कर रही है और इसे जल्दी ही सदन में रखा जाएगा।
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