नई दिल्ली। गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आतंकियों को योग करने की सलाह दी है। दरअसल, गृहमंत्री की नजर में आतंकवादियों के पास ज्ञान की कोई कमी नहीं है, इसलिए उन्होंने समाज में रचनात्मक कार्य की दिशा में अपने ज्ञान का इस्तेमाल करने के लिए आतंकियों को योग करने का सुझाव दिया है।
शनिवार को योग के लाभ को साझा करने के लिए यहां आयोजित कार्यक्रम में राजनाथ ने कहा कि यह मानव व्यक्त्वि के समग्र और समन्वित विकास में मदद करेगा। ज्ञान बहुत खतरनाक है। जो लोग आतंकी गतिविधियों में लिप्त हैं, वे भी ज्ञानी हैं। उनके पास ज्ञान की कमी नहीं है। लेकिन इसका ऐसा इस्तेमाल होना चाहिए जो समाज के लिए मददगार हो, ना कि विध्वंसकारी। योग उस ज्ञान को नियंत्रित करने का काम करेगा।
गृहमंत्री ने राजनीतिक दलों से अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर विवाद न पैदा करने की बात कही। वह बोले, 'योग जोड़ता है, बांटता नहीं। मैं नहीं समझ पा रहा हूं कि लोग योग पर विवाद क्यों पैदा करना चाहते हैं? मैंने राजनीतिक दलों से ऐसा न करने को कहा है। योग, लोगों को लोगों, धर्म को धर्म और संस्कृति को संस्कृति से जोड़ता है। जो इसका विरोध करते हैं उन्हें योग के बारे में विनम्रता से बताना चाहिए। उनके साथ लडऩे की कोई जरूरत नहीं है।
राजनाथ ने कहा कि योग प्रकृति के साथ सौहार्द पैदा करता है न कि संघर्ष। योग हमारी संस्कृति है। हमारी संस्कृति सांप्रदायिक नहीं हो सकती। हमें इस पर गर्व होना चाहिए। हमारे संतों ने सदियों से इसे किया और बढ़ावा दिया है।