राजनाथ ने दिया गणतंत्र दिवस परेड में शामिल असम की झांकी को सर्वश्रेष्ठ पुरस्कार
दिल्ली के जनकपुरी में बी-ब्लॉक स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय के बच्चों को सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया गया।
नई दिल्ली, प्रेट्र। गणतंत्र दिवस पर रविवार को आयोजित परेड में असम की झांकी को सर्वश्रेष्ठ झांकी के रूप में चुना गया है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने विशेष शिल्प कौशल और संस्कृति विषय पर आधारित असम की झांकी को मंगलवार को सर्वश्रेष्ठ झांकी का पुरस्कार दिया।
ओडिशा और उत्तर प्रदेश की झांकी को संयुक्त रूप से दूसरा पुरस्कार
रक्षा मंत्रालय द्वारा जारी विज्ञप्ति के अनुसार, ओडिशा और उत्तर प्रदेश की झांकी को संयुक्त रूप से दूसरा पुरस्कार दिया गया। ओडिशा की झांकी में भुवनेश्वर स्थित छठी सदी का भगवान लिंगराज का मंदिर प्रदर्शित किया गया था। उत्तर प्रदेश की झांकी में सर्व धर्म समभाव की थीम पर राज्य के सांस्कृतिक और धार्मिक पर्यटन को दिखाया गया था।
गणतंत्र दिवस समारोह में राज्यों की 16 झांकियां प्रदर्शित की गई थीं
गणतंत्र दिवस समारोह में राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 16 झांकियां प्रदर्शित की गई थीं। विभिन्न मंत्रालयों और विभागों की कुल छह झांकियों में से जल शक्ति मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन बल की झांकियों को संयुक्त रूप से पहला पुरस्कार दिया गया।
कश्मीर से कन्याकुमारी विषय पर आधारित झांकी को विशेष पुरस्कार
कश्मीर से कन्याकुमारी विषय पर आधारित केंद्रीय लोक निर्माण विभाग की झांकी को देश के विभिन्न भागों को फूलों के माध्यम से दिखाने के लिए विशेष पुरस्कार प्रदान किया गया। सिंह ने दिल्ली के जनकपुरी में बी-ब्लॉक स्थित सर्वोदय कन्या विद्यालय के बच्चों को सर्वश्रेष्ठ सांस्कृतिक प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत किया।
दिल्ली और एनसीआर में बारिश होने से ठंड बढ़ी
उत्तर भारत के पहाड़ों पर लगातार बर्फबारी का दौर जारी है। इससे ठंड तो बढ़ी ही है साथ ही हिमाचल, उत्तराखंड और जम्मू-कश्मीर में लोगों की परेशानी बढ़ गई है। वहीं, दिल्ली और एनसीआर में मंगलवार को पूरे दिन रुक रुककर बारिश होती रही। इससे एकबार फिर ठंड बढ़ गई है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से मंगलवार को दिन भर दिल्ली में रुक-रुक कर बारिश होती रही। इससे एक बार फिर ठंडक का एहसास हो आया। बारिश का यह दौर बुधवार सुबह भी जारी रहेगा। इससे तापमान में भी गिरावट होने की संभावना है। हालांकि फरवरी के पहले सप्ताह से तापमान में इजाफा होना शुरू हो जाएगा। राहत की बात यह भी है कि अब शीतलहर वाली स्थिति दोबारा लौटकर नहीं आएगी।