वीरभूमि से राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति का किनारा
दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी पहली बार उनके स्मारक पर नहीं गए। केंद्र की मोदी सरकार ने हाल ही में ऐसे कार्यक्रमों को नितांत व्यक्तिगत और पार्टी स्तर का बताते हुए कहा था कि अब से ऐसे
नई दिल्ली। दिवंगत पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर गुरुवार को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और उप राष्ट्रपति हामिद अंसारी पहली बार उनके स्मारक पर नहीं गए। केंद्र की मोदी सरकार ने हाल ही में ऐसे कार्यक्रमों को नितांत व्यक्तिगत और पार्टी स्तर का बताते हुए कहा था कि अब से ऐसे कार्यक्रम पूर्णतया गैर सरकारी होंगे। माना जा रहा है कि इन्हीं कारणों से राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति ने इस कार्यक्रम से किनारा किया।
इस संबंध में राष्ट्रपति भवन के सूत्रों ने बताया कि सरकारी फैसले का पालन करते हुए कार्यक्रम का आयोजन कांग्रेस पार्टी ने किया था। मोदी सरकार ने फैसला किया है कि महात्मा गांधी को छोड़कर किसी भी अन्य नेता की जयंती और पुण्यतिथि सरकारी स्तर पर नहीं मनाई जाएगी। ऐसे कार्यक्रम या तो पारिवारिक होंगे या पार्टी स्तर पर ही आयोजित किए जाएंगे। इसके पहले राष्ट्रपति और उप राष्ट्रपति दोनों ही राजीव गांधी स्मारक 'वीर भूमि' पर हर साल जाते रहे हैं।
कांग्रेस को नहीं ऐतराज :
हालांकि मोदी सरकार के इस फैसले को विपक्षी दल कांग्रेस ने फिलहाल चुपचाप कुबूल कर लिया है। कांग्रेस सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वर्ष 2010 में ही तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को राजीव गांधी की पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रमों को 'लो प्रोफाइल' रखने की अपील की थी। उनका कहना था कि राजीव की जयंती यथावत मनाने से परहेज नहीं है।
सोनिया ने चढ़ाए श्रद्धासुमन :
गुरुवार को वीरभूमि में श्रद्धासुमन अर्पित करने वालों में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, उनके पुत्र राहुल गांधी, पुत्री प्रियंका गांधी वाड्रा और दामाद रॉबर्ट वाड्रा प्रमुख थे। इनके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेसी नेता पीसी चाको, ऑस्कर फर्नाडीस, गुलाम नबी आजाद, अजय माकन ने वीर भूमि पर अपने पूर्व नेता को श्रद्धांजलि दी।
राजीव गांधी जयंती पर आमंत्रित :
कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि पार्टी ने राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति दोनों को ही केवल राजीव गांधी जयंती के लिए आमंत्रित किया है। उनकी जयंती 20 अगस्त को होगी। मालूम हो कि देश के छठे प्रधानमंत्री रहे राजीव गांधी की तमिलनाडु के श्रीपेरम्बदूर की एक चुनावी सभा में 21 मई, 1991 को आतंकी संगठन लिट्टे ने आत्मघाती हमले में हत्या कर दी थी।
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