Rajasthan: उग्र हुआ हत्या के विरोध में किया जा रहा प्रदर्शन, पांच वाहन फूंके, 8 पुलिसकर्मी हुए घायल
एक ग्रामीण और थानाधिकारी सहित आठ पुलिसकर्मी घायल डेढ़ सौ से अधिक ग्रामीणों को लिया हिरासत में।
जयपुर, जेएनएन। उदयपुर जिले के जावरमाइंस थाना क्षेत्र के एक युवक की हत्या के मामले में प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों ने सोमवार को उग्र रूप ले लिया। प्रदर्शनकारी भीड़ पथराव और आगजनी पर उतारू हो गई। भीड़ ने पुलिस के तीन वाहनों के अलावा राजस्थान रोडवेज की दो बसों को भी फूंक दिया। हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस ने पहले लाठीचार्ज किया और बाद में अनियंत्रित भीड़ पर रबड़ की गोली दागी। भीड़ के पथराव करने से जहां जावरमाइंस थानाधिकारी सहित पुलिस के आठ जवान घायल हो गए, वहीं रबड़ की गोली लगने से एक ग्रामीण भी घायल हो गया।
एक घंटे तक चले लाठी-भाटा जंग के बाद क्षेत्र को पूरी तरह छाबनी में बदल दिया गया। घायलों का उपचार उदयपुर के एमबी अस्पताल तथा जावरमाइंस के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में जारी है। इधर, पुलिस ने पुलिस पर पथराव और आगजनी के मामले में डेढ़ सौ से अधिक ग्रामीणों को हिरासत में लिया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक जावरमाइंस थाना क्षेत्र के पिलादर गांव के युवक रमेश पटेल की पिछले दिनों हुई हत्या के मामले में ग्रामीण जयसमंद मार्ग पर जाम लगाकर प्रदर्शन कर रहे थे। इसकी सूचना पुलिस को मिली तो जावरमाइंस थाने से जाब्ता मौके पर पहुंचा तथा समझाइश करने लगा। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर आरोप लगाया कि रमेश पटेल की हत्या के आरोपियों को पुलिस बचा रही है और आपसी कहा-सुनी में ग्रामीण उग्र हो गए।
उनमें शामिल कुछ लोगों ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। ग्रामीणों की संख्या पुुलिस के मुकाबले ज्यादा होने से पुलिस के जवान जान बचाकर भागे। पथराव में जावरमाइंस थानाधिकारी धनपतसिंह सहित आठ जवानों को चोटें आई। इसकी जानकारी पुलिस अधीक्षक कैलाश विश्रोई को लगी तो उदयपुर पुलिस लाइन तथा आसपास थानों से अतिरिक्त जाब्ता भेजा गया। पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को चेतावनी देते हुए जाम हटाने का आग्रह किया लेकिन प्रदर्शनकारियों ने फिर से पथराव शुरू कर दिया और पुलिस के वाहनों को पलटते हुए आग लगा दी।
भीड़ ने देखते-देखते पुलिस की बस, एक जीप तथा एक बाइक को फूंक दिया। इस बीच राजस्थान रोडवेज की बस भी उदयपुर की ओर से आ रही थी और उग्र भीड़ ने सवारियों को उतारने के बाद दोनों बसों को भी आग लगा दी। उच्चाधिकारियों से मिले निर्देश पर पुलिस ने लाठीचार्ज शुरू कर दिया तथा उग्र भीड़ पहाडिय़ों पर चढ़ गई। वह वहां से पथराव करने लगे तो पुलिस ने रबर बुलेट का उपयोग कर फायरिंग की। करीब एक घंटे तक पुलिस और उग्र भीड़ के बीच लाठी-भाटा जंग चलती रही।
इसके बाद पुलिस स्थिति पर नियंत्रण करने में सफल रही। फिलहाल मौके पर भारी पुलिस जाब्ता तैनात है। पुलिस ने रबड़ की गोली लगने से घायल ग्रामीण बाबूलाल को उदयपुर के एमबी अस्पताल में भर्ती कराया। जबकि जावरमाइंस थानाधिकारी एवं घायल पुलिसकर्मियों को जावरमाइंस के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया है।
क्या था मामला?
जावरमाइंस के पिलादर गांव में आठ जुलाई को लापता रमेश पटेल की चार दिन बाद जयसमंद अभयारण्य से शव बरामद हुआ था। पुलिस ने इस मामले में दो युवकों को गिरफ्तार किया था लेकिन रमेश के परिजन और अन्य ग्रामीणों को आरोप है कि रमेश की हत्या शराब माफिया तथा तस्करों ने कराई है। पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही।
प्रदर्शनकारी ग्रामीणों का कहना है कि रमेश की मुखबिरी पर आबकारी पुलिस ने पिछले दिनों क्षेत्र की एक होटल से शराब की फैक्ट्री पकड़ी थी और इस मामले में होटल मालिक को गिरफ्तार किया था। ग्रामीणों को शंका है कि रमेश की हत्या होटल मालिक और शराब माफिया का हाथ है, जबकि पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं कर रही। इधर, पुलिस अधीक्षक कैलाश विश्नोई का कहना है कि हत्या के मामले में पुलिस दो युवकों को गिरफ्तार कर चुकी है और दोनों ने रमेश की हत्या करना कबूल भी किया है। मामले में अन्य आरोपियों का पता चलता है तो पुलिस कार्रवाई करेगी।