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New Rail: 13 लाख कर्मचारियों के लिए रेलवे का बड़ा प्लान, 'नई रेल' के अनुरूप करेगा ट्रेंड

पुराने आर्थिक मॉडल के आदी रेलवे कर्मचारी तथा यूनियनें इस तरह के प्रस्तावों को हमेशा निजीकरण के प्रयासों के तौर पर देखते रहे हैं। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है।

By Sanjeev TiwariEdited By: Published: Sun, 07 Jul 2019 10:08 PM (IST)Updated: Sun, 07 Jul 2019 10:08 PM (IST)
New Rail: 13 लाख कर्मचारियों के लिए रेलवे का बड़ा प्लान, 'नई रेल' के अनुरूप करेगा ट्रेंड
New Rail: 13 लाख कर्मचारियों के लिए रेलवे का बड़ा प्लान, 'नई रेल' के अनुरूप करेगा ट्रेंड

नई दिल्ली, [संजय सिंह]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के न्यू इंडिया के सपने को साकार करने के लिए रेलवे ने भी अपने पुराने तौर तरीकों को छोड़ नया कलेवर धारण करने की तैयारियां शुरू कर दी हैं। इसके तहत रेलवे के सभी 13 लाख कर्मचारियों को सरकार की नई सोच एवं कार्यशैली से अवगत कराने एवं उसे आत्मसात करने के लिए फाउंडेशन कोर्स कराया जाएगा। फाउंडेशन कोर्स में विशेष प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को आगे एडवांस कोर्स करने का मौका मिलेगा।

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वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा शुक्रवार को पेश बजट में रेलवे में उपनगरीय सेवाओं के विस्तार के अलावा स्टेशनों के आधुनिकीकरण एवं यात्री तथा माल सेवाओं में सुधार के लिए पीपीपी परियोजनाओं के माध्यम से निजी क्षेत्र की मदद लेने का प्रस्ताव किया गया है। पुराने आर्थिक मॉडल के आदी रेलवे कर्मचारी तथा यूनियनें इस तरह के प्रस्तावों को हमेशा निजीकरण के प्रयासों के तौर पर देखते रहे हैं। जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है।

निजी क्षेत्र की भागीदारी से रेलवे में पहले भी कई परियोजनाएं चलाई जा चुकी हैं और इनमें से ज्यादातर ने अच्छे परिणाम दिए हैं। पीपावाव पोर्ट रेल संपर्क योजना इसका सबसे पहला उदाहरण है। कंटेनर सेवाओं में भी इसे आजमाया जा चुका है। जबकि हबीबगंज, गांधीनगर समेत अनेक स्टेशनों को भी पीपीपी मॉडल पर ही विकसित कर आधुनिक स्वरूप दिया जा रहा है। हाल में सौ दिन के एजेंडे में सरकार ने रेलवे की छह उत्पादन इकाइयों के निगमीकरण की दिशा में आगे बढ़ने की बात की है। लेकिन इसे परोक्ष निजीकरण बता कर्मचारियों द्वारा विरोध किया जा रहा है। सरकार इस गलतफहमी को दूर करना चाहती है।

रेलमंत्री पीयूष गोयल ने पिछले दिनो संसद में दिए बयान के जरिए भी यही स्पष्ट करने का प्रयास किया था। लेकिन अब कर्मचारियों को बुनियादी शिक्षण के जरिए व्यक्तिगत रूप से ये बात समझाई जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी के नये भारत के विजन को वित्तमंत्री ने बजट के माध्यम से सबके सामने पेश कर दिया है। अब सभी मंत्रालय और मंत्री अपने अपने स्तर पर इसे आगे बढ़ाने का प्रयास कर रहे हैं। इसी क्रम में रेलमंत्री गोयल ने सभी कर्मचारियों को फाउंडेशन कोर्स कराने की योजना बनाई है। इस कोर्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कर्मचारियों को एडवांस कोर्स कराकर नई रेल के स्वरूप को साकार करने में नेतृत्वकारी भूमिका निभाने के लिए तैयार किया जाएगा।

इस बीच रेलमंत्री गोयल ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों को भी पत्र लिखकर रेलवे के विस्तार एवं आधुनिकीकरण में भागीदारी निभाने के लिए आगे आने का आमंत्रण दिया है। मुख्यमंत्रियों को लिखे पत्र में गोयल ने उनसे बजट के लक्ष्यों के अनुरूप अपने मुख्य सचिवों को रेलवे अधिकारियों के साथ नियमित बैठकें कर विभिन्न लंबित एवं नवीन रेल परियोजनाओं को तेजी से आगे बढ़ाने में सहयोग की गुजारिश की है। गोयल ने खास तौर पर भूमि अधिग्रहण में आने वाली अड़चनों को दूर करने तथा रेलवे लाइनों और परिसरों के आसपास अतिक्रमण हटाने में मदद का अनुरोध मुख्यमंत्रियों से किया है।


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