बुजुर्गो की 'गिव इट योजना' को सभी वर्गो में लागू करेगी रेलवे
एक रेल अधिकारी ने बताया कि सब्सिडी त्याग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रेलवे ऐसे लोगों को रेल मंत्री की ओर से एक पत्र भेजेगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। रेलवे अपनी 'गिव इट अप' योजना में वरिष्ठ नागरिकों के अलावा अन्य छूट धारकों को भी शामिल करने जा रहा है। ताकि यात्री किरायों पर दी जा रही वार्षिक 33 हजार करोड़ रुपये की सब्सिडी का बोझ कम किया जा सके।
दरअसल, पिछले साल रेलवे ने एक योजना शुरू की थी जिसके तहत वरिष्ठ नागरिक उन्हें किरायों पर दी जा रही 50 प्रतिशत छूट को स्वैच्छिक रूप से त्याग सकते थे। 22 जुलाई 2017 से 31 मार्च, 2018 तक योजना के तहत 19 लाख से ज्यादा लोगों ने इस छूट का स्वेच्छा से त्याग किया जिससे रेलवे को 32 करोड़ रुपये से ज्यादा की बचत हुई। इन आंकड़ों से उत्साहित रेलवे ने अब इस योजना को 53 अन्य वर्गो के लिए भी लागू करने का फैसला किया है।
इसमें दिव्यांग, कैंसर, थैलिसीमिया, हृदय व किडनी रोगी, वार विडो (शहीदों की विधवाएं), छात्र और अन्य शामिल हैं। एक रेल अधिकारी ने बताया कि सब्सिडी त्याग के लिए प्रोत्साहित करने के लिए रेलवे ऐसे लोगों को रेल मंत्री की ओर से एक पत्र भेजेगा। उनमें से कुछ को रेल मंत्री सम्मानित भी करेंगे। इसके अलावा उन्हें रेलवे की ओर से धन्यवाद ज्ञापन का एसएमएस भेजा जाएगा। यही नहीं, यात्रा के दौरान रेलकर्मी भी उन्हें धन्यवाद देंगे। रेलवे एक वेबसाइट भी बना रहा है जिस पर इस योजना से बचाई गई धनराशि और सब्सिडी त्याग करने वाले वरिष्ठ नागरिकों की संख्या का रीयल टाइम विवरण उपलब्ध होगा।