कानपुर, कोलकाता समेत जल्द ही इन रेलवे स्टेशनों की भी सुधरेगी व्यवस्था, रेलवे ने बनाया ये खास प्लान
स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत स्टेशनों का नए सिरे से विकास करने का काम सरकार ने सार्वजनिक उपक्रमों को सौंपने का निर्णय लिया है।
नई दिल्ली, जेएनएन। रेलवे ने स्टेशनों के पुनर्विकास योजना की आम चुनाव के कारण धीमी पड़ गई रफ्तार को फिर से तेज करने का निर्णय लिया है इसके तहत सौ दिनों में पचास स्टेशनों के पुनर्विकास को गति दी जाएगी। इनमें भी चौदह स्टेशनों का पुनर्विकास प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। इनमें कानपुर, कोलकाता और लुधियाना स्टेशन शामिल हैं।
इस संबंध में रेलवे स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन (आइआरएसडीसी) ने सार्वजनिक क्षेत्र की दो कंपनियों ईपीआइएल तथा ब्रिज एंड रूफ के साथ समझौता किया है। समझौते के तहत नए सिरे से विकसित किए जाने वाले अन्य महत्वपूर्ण स्टेशनों में उदयपुर और कल्याण स्टेशन भी शामिल हैं।
स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत स्टेशनों का नए सिरे से विकास करने का काम सरकार ने सार्वजनिक उपक्रमों को सौंपने का निर्णय लिया है। इसके तहत चुने गए पचास में से 41 स्टेशनों के पुनर्विकास का काम सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम करेंगे। इनमें ईपीआइएल और ब्रिज एंड रूफ के अलावा इरकॉन, राइट्स, एनपीसीसी तथा मेकान के नाम शामिल हैं। ये उपक्रम भी शीघ्र ही स्टेशन डेवलपमेंट कारपोरेशन के साथ समझौते करेंगे। पीएसयू के शामिल होने से स्टेशन विकास की प्रक्रिया को तेज करने में मदद मिलेगी।
फिलहाल 14 में से 12 स्टेशनों के पुनर्विकास की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट यानी डीपीआर तैयार हो रही है। जबकि बाकी दो स्टेशनों में हबीबगंज और गांधीनगर का निर्माण प्रगति पर है।
स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत रेलवे स्टेशनों का दो तरह से विकास किया जा रहा है। कुछ स्टेशनों का पूरी तरह कायाकल्प और आधुनिकीकरण किया जा रहा है जबकि कुछ में बुनियादी इन्फ्रास्ट्रक्चर एवं यात्री सुविधाएं बढ़ाने के साथ उनका ऊपरी हुलिया बदला जा रहा है।
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