यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत, राजधानी, शताब्दी और दुरंतो में सफर होगा सस्ता
रेल मंत्रालय यात्रियों को बड़ी राहत देने की तैयारी में है। ट्रेनों में 50 फीसद तक यात्रियों से बढ़ा किराया नहीं लिया जाएगा।
अंबाला, दीपक बहल। रेल मंत्रालय ट्रेनों से फ्लेक्सी फेयर स्कीम (डायनामिक फेयर) में बदलाव कर यात्रियों को बड़ी राहत देने की तैयारी में है। ट्रेनों में 50 फीसद तक यात्रियों से बढ़ा किराया नहीं लिया जाएगा, जबकि मौजूदा वक्त में दस फीसद सीटें बुक होने के कारण दस फीसद किराया बढ़ाया जाता है। सौ फीसद सीटें बुक होने पर यात्रियों से डेढ़ गुणा तक किराया लिया जा रहा है, जिसे लेकर रेलवे ने बदलाव के संकेत दिए हैं। रेलवे बोर्ड के एक अफसर ने बताया कि इस स्कीम में बदलाव का प्रस्ताव रेल मंत्रालय भेज दिया है। अंतिम फैसला रेल मंत्री को लेना है।
फ्लेक्सी फेयर स्कीम का असर कुछ ट्रेनों में नजर आ रहा है। राजधानी जैसी प्रमुख कुछ ट्रेनों के यात्रियों का रुख अब सुपरफास्ट, मेल एक्सप्रेस की ओर बढ़ा है। दिल्ली से बेंगलुरु जाने वाली राजधानी एक्सप्रेस में भी इसका असर देखने को मिला रहा है। सीटें खाली जा रही हैं। फर्स्ट या सेकेंड एसी में यात्रा करने वाले यात्रियों का रुख अब एयरलाइंस की ओर बढ़ा है। डायनामिक फेयर के कारण राजधानी जैसी ट्रेनों का किराया कभी-कभी फ्लाइट के किराये से अधिक हो रहा है। ऐसे में रेल के अधिकारियों का प्रस्ताव है कि पहले 50 फीसद सीटें बुक कराने वाले यात्रियों को इस स्कीम से बाहर किया जाए, जिससे उन्हें पहले सीट बुक कराने का फायदा मिले। 50 से 75 और फिर 75 से 100 फीसद पर ही किराया बढ़ाया जाए।
जानिए क्या है फ्लेक्सी फेयर स्कीम
फ्लेक्सी फेयर स्कीम 9 सितंबर 2016 से राजधानी, शताब्दी और दूरंतो ट्रेनों में लागू की गई थी। देश में दौड़ रही 44 राजधानी, 46 शताब्दी और 52 दुरंतों ट्रेनों में यह स्कीम लागू होते ही यात्री इसे बोझ के रूप में ले रहे थे। इसमें शुरू की 10 फीसद सीट सामान्य किराये पर बुक की जाती हैं। उसके बाद प्रत्येक दस फीसद सीटों के लिए 10 फीसद अतिरिक्त किराया वसूला जाता है जो बढ़ते-बढ़ते अधिकतम 50 फीसद तक जाता है। आखिरी दस फीसद सीटों के लिए डेढ़ गुना किराया देना पड़ता है।