सफाई पर रेल मंत्रालय सख्त, बनाया ये नया विभाग
नए साल से जंक्शन समेत भोपाल, हबीबगंज एवं अन्य बड़े स्टेशनों की सफाई इसी विभाग की निगरानी में होगी।
नईदुनिया (अरविंद शर्मा)। इटारसी रेलवे स्टेशनों की ‘डर्टी इमेज’ चमकाने के लिए रेल मंत्रालय ने एक नया और बड़ा प्रयोग किया है। इसके तहत देशभर के स्टेशनों के प्लेटफार्म और एप्रान की सफाई का काम अब स्टेशन मास्टर के अधीन ऑपरेटिंग विभाग से छीनकर मैकेनिज्म क्लीनिंग की थीम पर कराया जाएगा। इसके लिए रेलवे ने एन्वायरमेंट एंड हेल्थ मैनेजर (ईएनएचएम) नाम से नया विभाग शुरू किया है।
भोपाल डिवीजन के सारे बड़े स्टेशनों से लेकर पूरे देश में यही विभाग अब स्टेशनों की सफाई का काम संभालेगा। नए विभाग के लिए डिवीजन में दो असिस्टेंट मैकेनिकल इंजीनियर एवं एक एडीईएन की नियुक्ति भी की है। नए साल से जंक्शन समेत भोपाल, हबीबगंज एवं अन्य बड़े स्टेशनों की सफाई इसी विभाग की निगरानी में होगी। माना जा रहा है कि नया विभाग गठित होने से स्टेशनों की साफ-सफाई में सुधार आएगा।
ट्रेनों की सफाई सीएंडडब्ल्यू को : रेलवे के नए प्रयोग में सिर्फ प्लेटफार्मों एवं रेलवे ट्रैक की सफाई नए विभाग को दी गई है, जबकि ट्रेनों की सफाई एवं वॉर्टंरग का काम कैरिज एंड वैगन (सीएंडडब्ल्यू) के हाथों में रहेगी। हर स्टेशन पर नए विभाग के अफसर तैनात रहेंगे। नए साल में इन अधिकारियों को यहां पदस्थ किया जाएगा। नए सिस्टम में अभी तक स्टेशन प्रबंधक और हेल्थ इंस्पेक्टर के सहारे चल रही सफाई व्यवस्था छिन जाएगी।
क्लीनिंग का काम मशीनों से : पिछले दिनों रेलवे बोर्ड से इस संबंध में एक आदेश जारी हुआ है जिसमें कहा गया है कि रेलवे स्टेशनों की सफाई पूरी तरह से आधुनिक मशीनों के जरिए कराने के लिए यहा नया विभाग गठित किया गया है।
यह है मैकेनिज्म क्लीनिंग : रेलवे समेत कई बड़े पब्लिक सर्विस एरिया जैसे एयरपोर्ट, मेट्रो स्टेशन में सफाई का काम पूरी तरह आधुनिक मशीनों से कराया जाता है। इसे मैकेनिज्म क्लीनिंग कहा जाता है, जिसमें ढ्ढह्यूमन पॉवर की जगह मशीनों से बेहतर काम होता है।
डीजल शेड अब सीईई को : रेलवे बोर्ड ने देश के बड़े डीजल शेड को लीड करने वाले चीफ मैकेनिकल इंजीनियर (सीएमई) से भी इनका चार्ज वापस लेकर इन्हें चीफ एक्जीक्यूटिव इलेक्ट्रिकल(सीईई) के हैंडओवर किया है। अभी तक मैकेनिकल कैडर के अफसर शेड का काम देख रहे थे।
रेलवे बोर्ड ने मैकेनिज्म क्लीनिंग के नवाचार को बेहतर ढंग से लागू करने नया विभाग बनाया है। इस विभाग के अधिकारी ही जंक्शन की सफाई का काम देखेंगे। हमारे हाथों में ट्रेनों की सफाई का काम पहले की तरह रहेगा। नए साल से बदलाव होगा। देश के सभी स्टेशनों पर यह प्रयोग लागू किया जा रहा है। -एचएस तिवारी, सीनियर सेक्शन इंजीनियर सीएंडडब्ल्यू
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