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परिवार का ख्‍याल नहीं रखा तो रुक जाएगी वेतन वृद्धि, रेलवे का फरमान

रेल कर्मचारियों को अपने परिवार का ध्‍यान रखना होगा। यदि उन्‍हाेंने ऐसा नहीं किया तो बोर्ड के आदेश के अनुसार उनकी वेतनवृद्धि रोक दी जाएगी।

By Jagran News NetworkEdited By: Published: Wed, 13 Nov 2019 03:41 PM (IST)Updated: Wed, 13 Nov 2019 03:41 PM (IST)
परिवार का ख्‍याल नहीं रखा तो रुक जाएगी वेतन वृद्धि, रेलवे का फरमान
परिवार का ख्‍याल नहीं रखा तो रुक जाएगी वेतन वृद्धि, रेलवे का फरमान

जबलपुर, जेएनएन। पश्चिम-मध्य रेल जोन जबलपुर को रेलवे बोर्ड का एक आदेश प्राप्‍त हुआ है, जिससे कर्मचारियों में हलचल मची हुई है। इसमें स्‍पष्‍ट किया गया है कि यदि रेल कर्मचारी अपने परिवार को ख्‍याल नहीं रखते तो उनकी वेतन वृद्धि रोक दी जाएगी।  रेलवे कर्मचारियों के परिवार की शिकायत जोनल मुख्यालय ही आती हैं। साथ ही लोको पायलट के परिवार वालों को भी सलाह दी गई है कि घर में अच्छा वातावरण बनाए रखें। 

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अधिकारियों से करनी होगी शिकायत

यदि कोई कर्मचारी अपने परिवार का ध्‍यान नहीं रखता या‍ फिर परिवार का खर्च उठाने की जगह अपने ऐशोआराम पर खर्च करता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। इस आशय का आदेश रेलवे बोर्ड ने जारी किया है। इसके लिए कर्मचारियों के परिवार के सदस्यों को संबंधित अधिकारी से बस शिकायत करनी होगी। शिकायत मिलने के बाद जांच और कार्रवाई की जाएगी। पत्र के अनुसार किसी भी कर्मचारी के परिवार को समस्या है तो वह आकर संबंधित विभाग प्रमुख को अपनी शिकायत दे सकता है। यह शिकायत मुख्य रूप से परिवार का खर्च न उठाने आदि से संबंधित होगी। शिकायत मिलने पर विभाग प्रमुख अपने स्तर पर उसकी जांच कराएगा। 

कर्मचारियों की काउंसिलिंग भी होगी

जांच में कर्मचारी आरोपित पाया गया तो उसके खिलाफ विभागीय कार्रवाई होगी। इसमें कर्मचारी की पदोन्नति रुक सकती है। पदोन्‍नति नहीं मिलना आदि शामिल है। इसके अलावा रेलवे की एक टीम के जरिए उस कर्मचारी की काउंसिलिंग भी की जाएगी, ताकि वह अपने आप में सुधार ला सके और परिवार का ख्याल रख सके। 

सामने आए कई मामले 

विदित हो कि रेलवे में अनेक ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें कर्मचारी अपने परिवार के सदस्‍यों का ध्‍यान नहीं रखते। अभी तक प्रभावी कार्रवाई न होने से कर्मचारियों के परिजन को उचित न्‍याय नहीं मिल पाता था। इस आदेश के बाद ऐसे लोगों को राहत मिलेगी जो अपने परिवार केे उन सदस्‍यों से परेशान हैं और शिकायत के बाद भी न्‍याय नहीं मिल पा रहा है।

मंडल स्तर पर गठित है कमेटी

रेल कर्मचारियों और उनके परिजनों के कल्याण के लिए मंडल स्तर पर गठित कर्मचारी कल्याण समिति के माध्यम से समय समय पर कार्यशाला भी आयोजित की जाती हैं। इसमें लोको पायलट सहित अन्य रनिंग स्टाफ के संवेदनशील कार्य को देखते हुए उनकी पत्नियों और परिवार के सदस्यों की भी काउंसिलिंग रेलवे करता है ताकि किसी तरह के घरेलू कलह से कर्मचारियों को बचाया जा सके और उसका असर रेल संचालन व यात्री सुरक्षा पर न पड़े।

शिकायत आती है तो कार्रवाई करते हैं

पश्चिम मध्‍य रेलवे की सीपीआरओ प्रियंका दीक्षित ने बताया कि बोर्ड समय-समय पर ऐसे निर्देश जारी करता है जो परिवार कल्याण से जुड़े हों। इस निर्देश के तहत अगर परिवार का देख रेख नहीं करने की कोई शिकायत रेल कर्मचारी के परिजन की तरफ से सबूतों के साथ आती है तो उसकी जांच कर रेल कर्मचारी पर कार्रवाई की जाएगी। जिसमे उसकी वेतन वृद्धि रोकने के साथ अन्य कार्रवाई भी शामिल है।

वेलफेयर ऑफ कंडक्ट रूल्स के तहत भी कार्रवाई

वरिष्‍ठ कल्‍याण निरीक्षण डीएस पटेल ने बताया कि रेलवे कर्मचारियों में कदाचरण नियम के तहत कार्रवाई के प्रावधान हैं, जिसमे शराब का सेवन करना, जुआ, सट्टा आदि असामाजिक क्रिया कलापों में शामिल होना पाए जाने पर वेलफेयर ऑफ कंडक्ट रूल्स के तहत भी कार्रवाई होती है। हम समय-समय पर इसे ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों की काउंसिलिंग करते रहते हैं।


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