टिकट कैंसिल से रेलवे हुआ मालामाल, एक साल में 1400 करोड़ का फायदा
रेलवे को हर घंटे रद होने वाले टिकट से 16 लाख रुपये की आय होती है। वहीं एक दिन में औसतन करीब 3 करोड़ 80 लाख रुपये रेलवे कमाती है।
भोपाल (नईदुनिया)। सामान्य उपभोक्ता के लिए रेलवे का टिकट रद कराने पर कटने वाली कुछ राशि का भले ही बहुत महत्व न हो, लेकिन रेलवे के लिए देशभर में रद होने वाले ऐसे टिकट बड़ी आय का साधन हैं। रेलवे के आंकड़े बताते हैं कि वेटिंग टिकट और अन्य कारणों से रद होने वाली टिकटों पर 2016-17 में रेलवे ने लगभग 1400 करोड़ की कमाई की है।
टिकट रद होने से रेलवे की कमाई साल दर साल बढ़ रही है। सामाजिक कार्यकर्ता राजीव खरे ने इसे लेकर भारतीय रेलवे से सूचना का अधिकार के तहत जानकारी मांगी थी। रेलवे ने बताया है कि 2015-16 में टिकट रद होने से 1104 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई हुई थी। वहीं, 2016-17 में यह बढ़कर 1386 करोड़ रुपये हो गई। रेलवे ने 2016-17 में एक लाख 64 हजार करोड़ रुपये का राजस्व कमाया था।
हर घंटे 16 लाख रुपये होती है कमाई
एक औसत है कि रेलवे को हर घंटे रद होने वाले टिकट से 16 लाख रुपये की आय होती है। वहीं एक दिन में औसतन करीब 3 करोड़ 80 लाख रुपये रेलवे कमाती है। खरे ने आरोप लगाया कि यदि कोई व्यक्ति ऑनलाइन वेटिंग टिकट लेता है और चार्ट तैयार होने पर उसका रिजर्वेशन कंफर्म नहीं होता तो रेलवे वेटिंग टिकट रद करने का भी पैसा लेता है। जबकि इसमें पैसेंजर की कोई गलती नहीं होती। उन्होंने कहा कि जब पैसेंजर खुद टिकट रद करवाए, तभी यह चार्ज वसूला जाना चाहिए। इसे लेकर खरे जल्द ही जनहित याचिका दाखिल करेंगे।