अब रेल यात्री कर सकेंगे साफ-सफाई की रेटिंग
रेल यात्री ट्रेन में होने वाली साफ-सफाई की शिकायत या प्रशंसा अब रेटिंग के माध्यम से कर सकेंगे, जिसका ठेकेदारों को मिलने वाले भुगतान पर सीधा असर पड़ेगा।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। रेल यात्री ट्रेन में होने वाली साफ-सफाई की शिकायत या प्रशंसा अब रेटिंग के माध्यम से कर सकेंगे, जिसका ठेकेदारों को मिलने वाले भुगतान पर सीधा असर पड़ेगा। इस तरह की सेवाओं के लिए नए अनुबंध किए गए हैं। यात्रियों का फीडबैक जीपीएस आधारित एक प्रणाली पर रिकॉर्ड किया जाएगा, जिससे गलतियां नहीं के बराबर होंगी।
अनुबंध के अनुसार, यात्रियों से मिले स्कोर के मुताबिक ठेकेदारों की 30 फीसद जुर्माना या प्रोत्साहन राशि तय होगी। यात्री सफाई के स्तर को देखते हुए स्कोर देंगे। जुर्माने या प्रोत्साहन राशि के लिए इसके बाद का आधार सफाईकर्मियों की उपस्थिति, खाद्य वस्तुएं, रख-रखाव और सेवा जैसे मानक होंगे, जिन पर रेलवे के कर्मचारी निगरानी रखेंगे।
नए नियम के अनुसार, सफाईकर्मियों की उपस्थिति का रिकॉर्ड प्रत्येक महीने रेलवे सुपरवाइजर को सौंपना होगा। इसके आधार पर 25 फीसद वेटेज तय किए जाएंगे। वहीं, सफाई के रिकॉर्ड से 15 फीसद वेटेज मिलेगा और खाद्य पदार्थों की गुणवत्ता, चादर एवं कंबल वितरण और अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण के आधार पर प्रत्येक में 10 फीसद वेटेज मिलेंगे। रेल यात्रियों के फीडबैक से 30 फीसद वेटेज मिलेगा।
रेलवे ने बताया कि प्रत्येक वर्ग के स्कोर को जोड़ा जाएगा। इसके आधार पर अंतिम स्कोर तैयार कर ठेकेदारों को दिया जाएगा। इसी स्कोर के आधार पर ठेकेदार की जुर्माना और प्रोत्साहन राशि तय की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि सफाई के मानक सीधे यात्रियों के अनुभव को प्रभावित करते हैं। इसलिए इस प्रक्रिया में यात्रियों का फीडबैक शामिल करना अनिवार्य था।