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घाटी के पाकिस्तान समर्थक नेताओं के यहां छापेमारी, 7 ठिकानों पर आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद

अलगाववादी नेता मीर वाइस फारुख के घर से इंटरनेट संचार को द्रुत गति प्रदान करने वाले कई हाईटेक उपकरण बरामद किये गये।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Tue, 26 Feb 2019 10:23 PM (IST)Updated: Tue, 26 Feb 2019 10:23 PM (IST)
घाटी के पाकिस्तान समर्थक नेताओं के यहां छापेमारी, 7 ठिकानों पर आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद
घाटी के पाकिस्तान समर्थक नेताओं के यहां छापेमारी, 7 ठिकानों पर आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद

जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकवादियों के अड्डे को जहां नेस्तनाबूत कर दिया, वहीं कश्मीर घाटी में अलगाववादी नेताओं पर भी राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने सुबह से ही शिकंजा कसना शुरु कर दिया। घाटी के इन नेताओं के घर समेत उनके सात ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई की गई। इस दौरान इनके ठिकानों से आपत्तिजनक दस्तावेज, वित्तीय लेन देने के रसीदें, लैपटाप और पेन ड्राइव समेत कई और अत्याधुनिक इलेक्ट्रानिक सामान जब्त किये गये। इन नेताओं के घर से कई आतंकी संगठनों के लेटरहेड बरामद किये गये हैं। कई ऐसे पत्र भी मिले हैं, जिन्हें आतंकी युवाओं को पाकिस्तान का वीजा दिलाने में उपयोग किया जाता रहा है। मीर वाइस फारुख के घर से इंटरनेट संचार को द्रुत गति प्रदान करने वाले कई हाईटेक उपकरण बरामद किये गये।

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पाकिस्तान समर्थन इन नेताओं के ऊपर आतंकी गतिविधियों के लिए पाकिस्तान से हवाला के मार्फत धन मंगाने का संदेह है। जिन अलगाववादी नेताओं के यहां छापेमारी की कार्यवाही की गई, उनमें जेकेएलएफ के अध्यक्ष यासिन मलिक, जेकेडीएफपी के अध्यक्ष शब्बीर शाह, अवामी एक्शन कमेटी के चेयरमैन मीरवाइज उमर फारूख, तहरीक ए हुर्रियत के चेयरमैन अशरफ खान, एपीएचसी के जनरल सेक्रेटरी मरासत आलम, जेकेएसएम के चेयरमैन जफर अकबर भट्ट और इसी संगठन के चेयरमैन सैय्यद अली गिलानी के बेटे नसीम गिलानी प्रमुख हैं

राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) के अफसरों ने राज्य पुलिस और केंद्रीय रिजर्व सुरक्षा बल (सीआरपीएफ) के जवानों को साथ लेकर छापेमारी की। एनआईए की छापेमारी के मद्देनजर स्थानीय पुलिस और अर्ध सैनिक बलों ने पूरी तैयारी कर ली थी। छापे के दौरान घाटी में पुलिस और अर्ध सैनिक बल के जवानों को चप्पे-चप्पे पर तैनात कर दिया गया था।

14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ (केंद्रीय आरक्षित पुलिस बल) के काफि़ले पर हुए आतंकी हमले के बाद से राज्य में अलगाववादी नेताओं के खिलाफ केंद्र सरकार ने कड़ा रुख अपनाया है। सरकार ने कश्मीर के लगभग सभी अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा हटा ली गई है। उन्हें दी जा रही सरकारी सुविधाएं वापस ले ली गई हैं। वायु सेना ने मंगलवार की अल सुबह ही पाकिस्तान में घुसकर आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।


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