बेंगलुरु हिंसा को लेकर SDPI के तीन कार्यालयों में छापेमारी, अब तक चार सौ से ज्यादा आरोपी हुए गिरफ्तार
बेंगलुरु हिंसा को लेकर सीसीबी 415 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस हिंसा में कम-से-कम तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी और लगभग 60 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
बेंगलुरु, एएनआइ। बेंगलुरु पुलिस की केंद्रीय अपराध शाखा (CCB) ने 11 अगस्त को शहर के कई हिस्सों में भड़की हिंसा के मामले में मंगलवार को सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) के तीन कार्यालयों में छापेमारी की। अधिकारियों ने बताया कि पार्टी के डीजे हल्ली, केजी हल्ली और हलसुरगेट इलाके में स्थित कार्यालयों में छापेमारी की गई।
हिंसा में अब तक 415 आरोपित हो चुके हैं गिरफ्तार
बेंगलुरु हिंसा को लेकर सीसीबी 415 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस हिंसा में कम-से-कम तीन व्यक्तियों की मौत हो गई थी और लगभग 60 पुलिसकर्मी घायल हो गए थे। इससे पहले कर्नाटक के गृह मंत्री बासवराज बोम्मई ने कहा था कि मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा बेंगलुरु हिंसा में कथित भूमिका के चलते एसडीपीआइ पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र सरकार से बात करेंगे।
अपमानजनक पोस्ट करने पर भड़की थी हिंसा
कांग्रेस विधायक अखंड श्रीनिवास मूर्ति की शिकायत पर हिंसा के तीन दिन बाद डीजे हल्ली पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज की गई थी। कांग्रेस विधायक के भतीजे द्वारा सोशल मीडिया पर कथित रूप से अपमानजनक पोस्ट करने पर यह हिंसा भड़की थी।
विश्व हिंदू परिषद ने कर्नाटक सरकार की कार्रवाई का किया था समर्थन
बता दें कि विश्व हिंदू परिषद (VHP) के महासचिव मिलिंद परांडे ने हाल में शहर में हुए दंगे में शामिल लोगों के खिलाफ कर्नाटक सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया था। उन्होंने इन लोगों को कठोर सजा देने की मांग की थी। उन्होंने लोगों से चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की अपील की और उम्मीद जताई कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण कार्य दो-तीन वर्षो में पूरा हो जाएगा।
परांडे ने कहा था कि विहिप का मानना है कि बेंगलुरु हिंसा के सिलसिले में कर्नाटक सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। यह एक अच्छी बात है। दंगे के दौरान एक वर्ग द्वारा आग लगाकर कई वाहनों, मकानों और राष्ट्रीय संपत्तियों को नष्ट कर दिया गया। हमारा मानना है कि नुकसान की भरपाई दंगाइयों से की जानी चाहिए। विहिप नेता ने कहा कि दिल्ली और देश के कई अन्य स्थानों में हिंसा के दौरान क्षति पहुंचाने वालों के खिलाफ कड़ाई से निपटा जाना चाहिए।