वादे के पक्के राहुल पहुंचे भिवंडी कोर्ट
इन दिनों जनता के बीच जाने के मौके ढूंढ रहे राहुल गांधी अपने खिलाफ मानहानि के एक मुकदमे की तारीख पर सुबह 11 बजे भिवंडी कोर्ट पहुंच गए। हालांकि, कुछ दिनों पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें इस मामले में अदालत में उपस्थित होने से छूट दे दी थी।
मुंबई, राज्य ब्यूरो। इन दिनों जनता के बीच जाने के मौके ढूंढ रहे राहुल गांधी अपने खिलाफ मानहानि के एक मुकदमे की तारीख पर सुबह 11 बजे भिवंडी कोर्ट पहुंच गए। हालांकि, कुछ दिनों पहले ही सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें इस मामले में अदालत में उपस्थित होने से छूट दे दी थी।
कोर्ट के बाहर मीडिया से बातचीत में कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा, 'मैं न्यायपालिका का सम्मान करता हूं। जब मैं कोई वादा करता हूं, तो उसे पूरा करता हूं। राहुल ने आगे कहा कि जो गांधीजी कहते थे, अब वह लड़ाई हमारी है और हमें उस लड़ाई को जीतना है। बता दें कि इस मुकदमे की पिछली तारीख के समय राहुल विदेश में थे। तब उनके वकील ने कोर्ट को आश्वस्त किया था कि राहुल आठ मई को कोर्ट में हाजिर रहेंगे। हालांकि, एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट के न्यायामूर्ति दीपक मिश्र व पीसी पंत की पीठ ने राहुल गांधी की याचिका पर सुनवाई करते हुए भिवंडी कोर्ट में उनके विरुद्ध चल रहे मुकदमे की सुनवाई पर आठ जुलाई तक रोक लगा दी थी। इस छूट के बावजूद राहुल शुक्रवार को बंगलुरु जाते सुबह 11 बजे अपने वकील नारायण अय्यर के साथ भिवंडी स्थित डीपी काले की अदालत पहुंचे और वहां करीब 15 मिनट रहे।
राहुल को कोर्ट में देखकर उनके खिलाफ मुकदमा करने वाले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पदाधिकारी राजेश कुंटे भी अचरज में दिखे। कुंटे ने यह मुकदमा लोकसभा चुनाव के दौरान राहुल गांधी के एक भाषण को लेकर किया है। इस भाषण में राहुल ने संघ को महात्मा गांधी का हत्यारा कहा था। कुंटे के अनुसार वह राहुल गांधी को कोर्ट में देखकर स्वयं चकित थे। उन्हें नहीं मालूम कि सुप्रीम कोर्ट से मिली छूट के बावजूद वह भिवंडी कोर्ट में क्यों हाजिर हुए।