कोलाहल वाली राजनीति के आदी हुए विदेशी निवेशक
विदेशी निवेशक भी अब भारत में गोमांस पर पाबंदी, लव जिहाद और घर वापसी जैसे भावनात्मक मुद्दों पर शोर-शराबे वाली राजनीति के आदी हो गए हैं।
नई दिल्ली (प्रेट्र)। विदेशी निवेशक भी अब भारत में गोमांस पर पाबंदी, लव जिहाद और घर वापसी जैसे भावनात्मक मुद्दों पर शोर-शराबे वाली राजनीति के आदी हो गए हैं। रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन एक साक्षात्कार में यह बात कही है। राजन के मुताबिक निजी निवेश में तेजी नहीं आ रही है और न ही रोजगार के अवसर पैदा हो रहे हैं। ऐसे में विकास दर बढ़ाने के लिए अर्थव्यवस्था में और अधिक उदारीकरण की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि हमारी अर्थव्यवस्था और राजनीति दोनों ही शोर-शराबे से भरपूर हैं। किसी न किसी विषय को लेकर टीवी चैनलों पर हमेशा बहस चलती रहती है। इसके उलट अगर आप शेयर बाजार को देखें, तो यह काफी बेहतर प्रदर्शन कर रहा है। अगर बांड पर रिटर्न देखें तो यह बहुत कम है। ऐसा लगता है कि बाजार इस तरह के शोरगुल पर ध्यान नहीं देता। निवेशक राजनीतिक वाद-विवादों के बीच काम करने को लेकर पूरी तरह अभ्यस्त हो गए हैं।
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