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दिल्ली पुलिस के प्रशिक्षण पर खड़े हुए सवाल

ट्रैफिक पुलिस के हवलदार सतीश चंद्र द्वारा स्कूटी सवार महिला पर ईंट से किए गए हमले की घटना ने पुलिस को दिए जा रहे प्रशिक्षण पर भी सवाल खड़ा कर दिया है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि वसंत विहार की घटना के बाद बहुत मुश्किल से पुलिस की

By Rajesh NiranjanEdited By: Published: Tue, 12 May 2015 08:10 AM (IST)Updated: Tue, 12 May 2015 10:21 AM (IST)
दिल्ली पुलिस के प्रशिक्षण पर खड़े हुए सवाल

नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। ट्रैफिक पुलिस के हवलदार सतीश चंद्र द्वारा स्कूटी सवार महिला पर ईंट से किए गए हमले की घटना ने पुलिस को दिए जा रहे प्रशिक्षण पर भी सवाल खड़ा कर दिया है।

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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि वसंत विहार की घटना के बाद बहुत मुश्किल से पुलिस की प्रतिष्ठा लौटी, लेकिन उसके बाद भी पुलिस ने महिलाओं का सम्मान करना नहीं सीखा। वसंत विहार की घटना के बाद महिलाओं के लिए कई कदम उठाए गए थे। थानों में महिला हेल्प डेस्क बनाए गए। महिलाओं की शिकायत सुन उसपर त्वरित कार्रवाई करने के लिए हर थाने में महिला पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ाई गई। इसके लिए गृहमंत्रालय से अनुरोध कर महिला पुलिसकर्मियों की नियुक्ति की गई।

यह परंपरा बना दी गई कि अगर महिला किसी भी थाने में जाकर शिकायत करती है तो वहीं पर उसकी शिकायत सुन एफआइआर दर्ज की जाए। अगर उस थानाक्षेत्र का मामला नहीं है तो जीरो एफआइआर दर्ज कर शिकायत को संबंधित थाने में भेज दिया जाए।

महिलाओं के प्रति हो रहे अपराध को रोकने के लिए गृहमंत्रलय के निर्देश पर हिम्मत एप का शुभारंभ किया गया। त्वरित न्याय के लिए 20 दिन में चार्जशीट व फास्ट ट्रेक कोर्ट में सुनवाई आदि की व्यवस्था की गई। पुलिस अधिकारी का कहना है कि महिलाओं के साथ पुलिस को कैसा व्यवहार करना चाहिए इसके लिए प्रशिक्षण बहुत जरूरी है।

'जानवर की तरह था उसका बर्ताव'

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। महिला को ईंट से मारने की घटना को बर्बरतापूर्ण करार देते हुए दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष बरखा शुक्ला सिंह ने कहा है कि यह हवलदार का जानवर की तरह व्यवहार था। इसकी विभागीय स्तर पर जांच होनी चाहिए। इसके लिए पत्र लिखा जाएगा।

वहीं, पूर्व आइपीएस अधिकारी व भाजपा नेता किरण बेदी ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण करार देते हुए पेशेवर नाकामी बताया। उन्होंने कहा कि ऐसे पुलिसकर्मियों को सेवानिवृत्त कर देना चाहिए।

कांग्रेस नेता शर्मिष्ठा मुखर्जी ने इसका विरोध करते हुए कहा कि ट्रैफिक पुलिस का यह बर्ताव बेहद शर्मनाक है। इस मामले की जांच होनी चाहिए और दोषी को कठोर दंड दिया जाना चाहिए।

कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया की नेता बृंदा करात ने कहा कि वर्दी जनता की रक्षा के लिए है, अपराध के लिए नहीं। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद टीवी चैनलों ने इसको प्रमुखता से दिखाया और सोशल मीडिया पर भी लोगों ने इसकी जमकर निंदा की।

घटना की सरकार ने की निंदा

नई दिल्ली, राज्य ब्यूरो। ट्रैफिक पुलिस के हवलदार द्वारा महिला पर ईंट से किए गए हमले की दिल्ली सरकार ने निंदा की है। गृह विभाग के मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि यह पुलिस की कार्यप्रणाली को उजागर करता है। राह चलते जो लोग नियमों का पालन नहीं करते हैं उन्हें समझाना या उनपर जुर्माना करने का काम ट्रैफिक पुलिस के पास है, न कि लोगों के साथ मारपीट का।

टाइमलाइन

9.15 बजे: रमनजीत कौर तीनों बच्चों के साथ स्कूटी पर स्कूल जाने के लिए निकली।

10 बजे: बच्चों के साथ पहुंची थी स्कूल।

10.40 बजे: महिला गोल्फ लिंक रोड पहुंची।

10.42 बजे: यातायात पुलिसकर्मी ने चालान काटने के लिए रोका।

10.48 बजे: महिला और यातायात पुलिसकर्मी के बीच चली ईंट।

10.50 बजे: महिला की बेटी ने की पीसीआर कॉल।

10.58 बजे: पीसीआर पुलिस पहुंची मौके पर।

11.15 बजे: महिला को कराया गया राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती।

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