पोखरण के समय कलाम और मुलायम के बीच पुरी ने निभाई थी दुभाषिए की भूमिका
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि डा. एपीजे अब्दुल कलाम ने कृषि से लेकर सतह परिवहन समेत पांच क्षेत्रों में क्षमता निर्माण पर जोर दिया था। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार डा. कलाम के बताए रास्ते पर चलकर देश को महाशक्ति बनाने की ओर अग्रसर
नई दिल्ली, आइएएनएस। केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने शनिवार कहा कि पूर्व राष्ट्रपति डा. एपीजे अब्दुल कलाम की दूरदृष्टि ने भारत को 21वीं सदी में आगे बढ़ने में मदद की। वह भारत रत्न डा. अब्दुल कलाम पर तीसरे स्मृति व्याख्यान में बोल रहे थे। नौकरशाह से नेता बने हरदीप सिंह पुरी ने पोखरण के समय कलाम और तत्कालीन रक्षा मंत्री मुलायम सिंह यादव के बीच दुभाषिया का काम किया था। मुलायम सिंह यादव 1996-98 तक देश के रक्षा मंत्री रहे थे। तब डा. कलाम रक्षा मंत्रालय में वैज्ञानिक सलाहकार थे। पुरी ने कहा कि जब सरकार में नीति एवं समन्वय विभाग में संयुक्त सचिव थे तब वह मुलायम सिंह यादव की सुबह होने वाली बैठक में दुभाषिये का काम करते थे। इस बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुखों के साथ ही कैबिनेट सचिव, प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव, रक्षा सचिव के साथ ही डा. कलाम भी मौजूद रहते थे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि डा. कलाम ने अपने 'इंडिया 2020' रोडमैप में अपने दृष्टिकोण रखे थे। इसमें उन्होंने कहा था कि भारत को पांच क्षेत्रों-कृषि एवं खाद्य प्रसंस्करण, शिक्षा और स्वास्थ्य देखभाल, सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी, बुनियादी ढांचा, विश्वसनीय एवं गुणवत्तापूर्ण विद्युत शक्ति और सतह परिवहन में अपनी मुख्य क्षमताओं का निर्माण करना होगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि देश के अग्रणी विज्ञानियों में शुमार डा. कलाम ने देश के मिसाइल कार्यक्रम का नेतृत्व करने के साथ ही विविधता और सहयोग के आदर्श को भी मूर्त रूप दिया। पुरी ने कहा, 'वह दूरदर्शी विज्ञानी थे जिन्होंने अत्याधुनिक मिसाइल प्रौद्योगिकी विकसित की, लेकिन गांवों के विकास की वकालत भी की, वह भारत के 'मिसाइल मैन' थे जिन्होंने भारत की अंतरिक्ष और रक्षा क्षमताओं को मजबूत किया, लेकिन शांति को आगे बढ़ाने के लिए अपना जीवन भी समर्पित कर दिया।'
पुरी ने कहा कि डा. कलाम 'पीपुल्स प्रेसिडेंट' थे, जिन्होंने बेहतर भारत और विश्व बनाने के लिए अपने जुनून और प्रतिबद्धता के जरिये भारतवासियों पर अमिट छाप छोड़ी। भारत के लिए उन्होंने जो रोडमैप रखा था उस पर हमने एक लंबा सफर तय किया है। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा, 'चाहें वह बुनियादी ढांचे का निर्माण हो या राष्ट्रीय सुरक्षा, शिक्षा या अंतरिक्ष अंवेषण, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार आत्मनिर्भरता और सतत आर्थिक विकास की ओर अग्रसर है जो भारत को एक महाशक्ति के रूप में स्थापित करने जा रही है।'