पंजाब नेशनल बैंक ने RBI को डीएचएफएल खाते में 3,688.58 करोड़ की धोखाधड़ी की रिपोर्ट दी
पंजाब नेशनल बैंक ने कहा है कि उसने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड के एनपीए खाते में 3688.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बारे में आरबीआइ (RBI) को जानकारी दी है।
मुंबई, पीटीआइ। सार्वजनिक क्षेत्र के पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank, PNB) ने गुरुवार को कहा कि उसने दीवान हाउसिंग फाइनेंस लिमिटेड (Dewan Housing Finance Ltd, DHFL) के एनपीए खाते में 3,688.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के बारे में आरबीआइ (RBI) को जानकारी दी है। डीएचएफएल उस समय सुर्खियों में आई थी जब एक रिपोर्ट में कहा गया कि उसने कई मुखौटा कंपनियों के जरिये कुल 97,000 करोड़ रुपये के बैंक कर्ज में से कथित रूप से 31,000 करोड़ रुपये की हेराफेरी की।
पीएनबी ने शेयर बाजार को दी सूचना में कहा कि कंपनी (डीएचएफएल) के खाते में 3,688.58 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की रिपोर्ट आरबीआई को की गई है। उसने कहा कि बैंक पहले ही तय मानदंडों के तहत इसके लिए 1,246.58 करोड़ रुपये का प्रावधान कर चुका है। आरबीआई (Reserve Bank of India, RBI) ने पिछले साल नवंबर में समस्या में फंसी आवास ऋण देने वाली कंपनी डीएचएफएल (DHFL) को ऋण शोधन कार्यवाही के लिए भेजा था।
डीएचएफएल में पिछले साल नियमों के कथित उल्लंघन की रिपोर्ट के बाद एसएफआइओ (गंभीर धोखाधड़ी जांच कार्यालय) समेत विभिन्न एजेंसियों ने जांच शुरू की। मालूम हो कि प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate, ED) ने यस बैंक मनी लॉन्ड्रिंग केस में राणा कपूर (Rana Kapoor) एवं अन्य की 2,200 करोड़ रुपये की संपत्तियां अटैच की हैं। इसमें राणा कपूर की कुछ विदेशी संपत्तियां भी शामिल हैं।
बीते दिनों ईडी ने यस बैंक (Yes Bank) के सह-संस्थापक राणा कपूर (Rana Kapoor) के खिलाफ मुंबई की विशेष अदालत में चार्जशीट दाखिल की थी। ईडी का आरोप है कि कपूर और उनके परिवार के सदस्यों ने अपनी कंपनियों के माध्यम से बड़ा लोन जारी करने के एवज में 4,300 करोड़ रुपये हासिल किए। कपूर पर कर्ज की वसूली में ढील देने के एवज में रिश्वत हासिल करने का आरोप है जो संपत्तियां बाद में नॉन परफॉर्मिग एसेट (एनपीए) के रूप में तब्दील हो गईं।
बीते दिनों निजी क्षेत्र के कर्नाटक बैंक (Karnataka Bank) ने अपने चार कर्ज खातों में 285 करोड़ रुपये से अधिक की धोखाधड़ी की जानकारी रिजर्व बैंक (RBI) को दी थी। बैंक ने आरबीआइ को बताया था कि उसके डीएचएफएल सहित चार इकाइयों के खाते कथित तौर पर गैर निष्पादित आस्ति यानी एनपीए हो गए हैं। तब कर्नाटक बैंक कुल 285.52 करोड़ रुपये की कर्ज धोखाधड़ी की बात कही थी। बैंक ने कहा था कि सबसे अधिक 180.13 करोड़ रुपये का कर्ज डीएचएफएल पर बकाया हैं।