तय किए गए मानकों पर खरा नहीं उतरा प्रोसेस्ड मिल्क: FSSAI
खाद्य नियामक ने संगठित व असंगठित दोनों ही क्षेत्रों से लिए गए दूध के सैंपलों की जांच की और तय किए गए मानकों पर फेल होने के बाद सख्त निर्देश जारी किए हैं।
नई दिल्ली, प्रेट्र। न केवल कच्चा दूध बल्कि प्रोसेस्ड मिल्क भी खाद्य नियामक FSSAI द्वारा निर्धारित गुणवत्ता पर खरा नहीं उतरता। खाद्य नियामक FSSAI की एक स्टडी में यह जानकारी दी गई है। स्टडी में बताया गया है कि केवल कच्चा दूध ही नहीं, बल्कि प्रमुख ब्रांडों सहित प्रसंस्कृत दूध भी निर्धारित गुणवत्ता और सुरक्षा मानकों पर खरा नहीं उतरते।
सैंपल दूध में Aflatoxin M1 कीटनाशक
CEO पवन अग्रवाल ने कहा कि दूध में मिलावट से अधिक संक्रमण गंभीर समस्या है। इस स्टडी में पता चला कि 41 फीसद दूध के सैंपल सेफ्टी मानकों के अनुसार नहीं हैं। 7 फीसद से अधिक पैकेज्ड मिल्क को स्वास्थ्य के लिए हानिकारक पाया गया। दरअसल, इस जांच में लिए गए सैंपल दूध में एफ्लैटॉक्सिन-एम1 (Aflatoxin M1) कीटनाशक अधिक पाए गए।
नियामक का डेयरी सेक्टर को निर्देश
इसकी जांच के लिए नियामक ने आर्गेनाइज्ड डेयरी सेक्टर को निर्देश दिया कि वे नियामक द्वारा तय की गई शर्तों का कड़ाई से पालन करें। FSSAI ने मई और अक्टूबर 2018 के बीच सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 1,103 शहरों से कुल 6,432 दूध के नमूने एकत्र किए और इसकी जांच की। ये सैंपल संगठित और असंगठित दोनों ही सेक्टर से लिए गए थे। CEO ने आगे बताया, 'सर्वे से ऐसी जगहों की पहचान करने में मदद मिली जिससे हम इन जगहों पर ज्यादा ध्यान दे सकेंगे।'
देश में पहली बार हुआ ऐसा सर्वे
FSSAI के CEO ने बताया, देश में पहली बार इस तरह का सर्वे किया गया है। Aflatoxin M1 एक तरह का फंगस है जो दूध में मिल जाता है। ये सर्वाधिक तीन राज्यों दिल्ली, तमिलनाडु और केरल में पैकेज्ड मिल्क में पाया जाता है।' इसके अलावा दूध में एंटीबायोटिक की मौजूदगी का सवाल है। 1.2 फीसद दूध के सैंपलों में एंटीबायोटिक पाया गया।
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