इक्कीस लाख निदेशकों के पहचान पत्र निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू
अधिकारियों ने कहा कि जिन डायरेक्टर का डिन निष्क्रिय किया जा रहा है, उन्हें इसे दोबारा हासिल करने के लिए 5,000 रुपये का शुल्क भुगतान करना होगा।
नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार ने केवाईसी मानक पूरा नहीं करने वाले करीब 21 लाख निदेशकों के डायरेक्टर आइडेंटिफिकेशन नंबर (डिन) निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का यह नया कदम ऐसे वक्त में सामने आया है जब सरकार मुखौटा कंपनियों के खिलाफ अभियान तेज कर रही है।
गौरतलब है कि सूचीबद्ध कंपनियों का निदेशक बनने की योग्यता रखने वाले व्यक्तियों को डिन आवंटित किया जाता है। अधिकारियों ने कहा कि जिनका डिन निष्क्रिय किया जा रहा है, उन्हें इसे दोबारा हासिल करने के लिए 5,000 रुपये का शुल्क भुगतान करना होगा। इसके अलावा उन्हें कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।
कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने इस वर्ष जून में सभी निदेशकों के लिए केवाईसी प्रक्रिया की शुरुआत की थी। इसके तहत निदेशकों को 15 सितंबर तक डीआइआर-3केवाईसी फॉर्म भरकर जमा करना था।
मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में करीब 33 लाख सक्रिय निदेशक हैं, जिनमें से महज 12.16 लाख निदेशकों ने केवाईसी फॉर्म जमा किया। मंत्रालय ने कहा कि केवाईसी जमा नहीं करने वाले सभी निदेशकों के डिन निष्क्रिय करने की प्रक्रिया सोमवार तक पूरी हो जाने की उम्मीद है।