Move to Jagran APP

इक्कीस लाख निदेशकों के पहचान पत्र निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू

अधिकारियों ने कहा कि जिन डायरेक्टर का डिन निष्क्रिय किया जा रहा है, उन्हें इसे दोबारा हासिल करने के लिए 5,000 रुपये का शुल्क भुगतान करना होगा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 16 Sep 2018 10:40 PM (IST)Updated: Sun, 16 Sep 2018 10:40 PM (IST)
इक्कीस लाख निदेशकों के पहचान पत्र निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू
इक्कीस लाख निदेशकों के पहचान पत्र निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू

नई दिल्ली, प्रेट्र। सरकार ने केवाईसी मानक पूरा नहीं करने वाले करीब 21 लाख निदेशकों के डायरेक्टर आइडेंटिफिकेशन नंबर (डिन) निष्क्रिय करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय का यह नया कदम ऐसे वक्त में सामने आया है जब सरकार मुखौटा कंपनियों के खिलाफ अभियान तेज कर रही है।

loksabha election banner

गौरतलब है कि सूचीबद्ध कंपनियों का निदेशक बनने की योग्यता रखने वाले व्यक्तियों को डिन आवंटित किया जाता है। अधिकारियों ने कहा कि जिनका डिन निष्क्रिय किया जा रहा है, उन्हें इसे दोबारा हासिल करने के लिए 5,000 रुपये का शुल्क भुगतान करना होगा। इसके अलावा उन्हें कार्रवाई का भी सामना करना पड़ सकता है।

Related image

कॉरपोरेट मामलों के मंत्रालय ने इस वर्ष जून में सभी निदेशकों के लिए केवाईसी प्रक्रिया की शुरुआत की थी। इसके तहत निदेशकों को 15 सितंबर तक डीआइआर-3केवाईसी फॉर्म भरकर जमा करना था।

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि वर्तमान में करीब 33 लाख सक्रिय निदेशक हैं, जिनमें से महज 12.16 लाख निदेशकों ने केवाईसी फॉर्म जमा किया। मंत्रालय ने कहा कि केवाईसी जमा नहीं करने वाले सभी निदेशकों के डिन निष्क्रिय करने की प्रक्रिया सोमवार तक पूरी हो जाने की उम्मीद है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.