प्रधानमंत्री मोदी कोसी रेल महासेतु को इस दिन करेंगे राष्ट्र को समर्पित, 22 किमी में सिमट जाएगी 298 किमी की दूरी
इस दिन पीएम मोदी बिहार के लाभ के लिए यात्रियों की सुविधाओं से संबंधित 12 रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे।
नई दिल्ली, एएनआइ। भारतीय रेल की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में शामिल कोसी नदी पर बने दो किमी. लंबी रेल महासेतु का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी वीडियो कॉन्फ्रेसिग के जरिए 18 सितंबर को रिमोट द्वारा करेंगे। इस दिन पीएम मोदी बिहार के लाभ के लिए यात्रियों की सुविधाओं से संबंधित 12 रेल परियोजनाओं का भी उद्घाटन करेंगे। यह कार्यक्रम वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोजित किया जाएगा। प्रधानमंत्री कार्यालय की तरफ से इस बारे में जानकारी दी गई है।
2003 में तत्कालीन पीएम वाजपेयी ने किया था शिलान्यास
सरायगढ़-निर्मली के बीच कोसी नदी पर रेल महासेतु का शिलान्यास तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने किया था। साल 2003-04 में 323.41 करोड़ रुपये की लागत से इसे स्वीकृत किया गया था। लेकिन समय गुजरने के साथ ही इस परियोजना पर 516.02 करोड़ रुपये खर्च हुए।
298 किमी. की दूरी घटकर रह गई है 22 किमी.
सरायगढ़-निर्मली के बीच पहले जाने के लिए सहरसा-मानसी-खगडिया- समस्तीपुर-दरभंगा होते हुए निर्मली जाना पड़ता था। जिसकी दूरी 298 किमी होती थी। इस रेल महासेतु के निर्माण होने से इसकी दूरी मात्र 22 किमी. में सिमट गई है। हालांकि, आसनपुर कुपहा से निर्मली के बीच आमान परिवर्तन कार्य चल रहा है। कोसी रेल महासेतु पर पहली बार 23 जून, 20 को ट्रेन का सफलतापूर्वक परिचालन किया गया था। इस रेलखंड पर चीफ सीआरएस अशोक कुमार पाठक द्वारा स्पीड ट्रायल भी कर लिया गया है और इस रेल खंड में रेल परिचालन की स्वीकृति दे दी गई है।
सहरसा-सरायगढ- आसनपुर कुपहा-राघोपुर के बीच चलेगी ट्रेन
प्रधानमंत्री द्वारा उद्घाटन के बाद सहरसा से चलने वाली पैसेंजर ट्रेन ही सुपौल-सरायगढ़ होते हुए आसनपुर कुपहा तक जाएगी और फिर वहीं से सरायगढ़ वापस होते हुए राघोपुर तक ट्रेन जाएगी। एक ही ट्रेन को दोनों रूट में चलाने पर रेलवे विचार कर रही है। सहरसा से सुपौल के बीच चल रही ट्रेन को ही आगे तक विस्तार किया जाएगा।