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पीएम मोदी की मुख्‍यमंत्रियों को सलाह, कहा- पाबंदियां लगाते समय लोगों की आजीविका पर भी करें गौर, दिए कई निर्देश

कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की रणनीति बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक की। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस बैठक में राज्यों में स्वास्थ्य ढांचे की तैयारियों का जायजा लिया।

By Krishna Bihari SinghEdited By: Published: Thu, 13 Jan 2022 03:28 PM (IST)Updated: Fri, 14 Jan 2022 06:25 AM (IST)
पीएम मोदी की मुख्‍यमंत्रियों को सलाह, कहा- पाबंदियां लगाते समय लोगों की आजीविका पर भी करें गौर, दिए कई निर्देश
तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को मुख्यमंत्रियों के साथ एक बैठक की।

नई दिल्ली, एजेंसियां। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने गुरुवार को मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। इस दौरान केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी मौजूद थे। बैठक में प्रधानमंत्री ने राज्यों में स्वास्थ्य ढांचे की तैयारियों का जायजा लिया। प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्रियों से कहा कि कोरोना संक्रमण नियंत्रण के लिए बंदिशें लगाते समय अर्थव्यवस्था और आम लोगों की आजीविका पर भी गौर करना होगा।

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लोगों की आजीविका का भी रखें ख्‍याल

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा कि हमारे पास लड़ाई का दो साल का अनुभव है। महामारी के खिलाफ हमारी तैयारी भी है। ऐसे में हमें कोरोना से लड़ाई में एक महत्‍वपूर्ण बात का ध्यान रखना होगा। पीएम मोदी ने मुख्‍यमंत्रियों को सलाह दी कि वे कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर कोई भी रणनीति बनाते समय ध्यान रखें कि लोगों की आजीविका और आर्थिक गतिविधियों को कम से कम नुकसान पहुंचे। साथ ही अर्थव्यवस्था की रफ्तार भी बरकरार रहे।

...ताकि पैनिक ना फैले

पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना के अन्य वैरिएंट के मुकाबले ओमि‍क्रोन तेजी से फैल रहा है। देश के वैज्ञानिक और स्वास्थ्य क्षेत्र के विशेषज्ञ इस वैरिएंट के दुष्‍प्रभावों का लगातार आकलन कर रहे हैं। इससे यह बात तो साफ है कि हमें सतर्क रहना है। पैनिक ना फैले हमें इसको भी ध्यान रखना होगा।

मुस्तैदी में कमी नहीं आए

राज्यों के मुख्‍यमंत्रियों के साथ वीडियो कांफ्रेस के जरिए संवाद के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आने वाले त्योहारों के मौसम के मद्देनजर लोगों के साथ ही प्रशासन की भी मुस्तैदी में कमी नहीं आनी चाहिए। कोविड-19 संक्रमण को हम जितना सीमित रख पाएंगे समस्‍याएं उतनी ही कम होंगी।

आने वाले वैरिएंट को लेकर भी रखें तैयारियां

कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में सरकार की तैयारियों की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ओमिक्रोन से लड़ने के अलावा देश को भविष्य में आने वाले कोरोना के अन्‍य वैरिएंट से निपटने के लिए भी तैयार रहने की जरूरत है।

स्थानीय स्तर पर हो फोकस

प्रधानमंत्री ने कहा कि महामारी को काबू में करने के लिए हमें स्थानीय स्तर पर ज्यादा ध्यान देना होगा। जहां से संक्रमण के अधिक मामले आ रहे हैं... वहां जांच हो, यह सुनिश्चित करना पड़ेगा। इसके अलावा हमें यह भी सुनिश्चित करना होगा होम आइसोलेशन में भी ज्यादा से ज्यादा इलाज हो।

होम आइसोलेशन से जुड़े दिशानिर्देशों की होती रहे समीक्षा

पीएम मोदी ने मुख्यमंत्रियों को सलाह दी कि होम आइसोलेशन से जुड़े दिशानिर्देशों को सरकारें जारी करती रहें। साथ ही इसमें समय समय पर सुधार भी करें। इस दौरान टेस्टिंग, ट्रैकिंग और ट्रीटमेंट की व्यवस्था जितनी बेहतर होगी अस्पतालों पर बोझ उतना ही कम बढ़ेगा।

कोरोना महामारी से विजयी होंगे

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा- हम भारत के 130 करोड़ लोग, अपने सामूहिक प्रयासों से निश्चित रूप से कोरोना महामारी से विजयी होंगे। रही बात ओमिक्रोन की तो इसके बारे में प्रारंभिक तस्‍वीर धीरे-धीरे साफ हो रही है। यह वैरिएंट सामान्य आबादी को पिछले वाले वैरिएंट की तुलना में कई गुना तेजी से संक्रमित कर रहा है।

हर घर दस्तक अभियान तेज करने की सलाह

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा- आज राज्यों के पास पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन है। फ्रंटलाइन वर्कर्स और वरिष्ठ नागरिकों को 'प्रीकाशन डोज' जितनी जल्द लगेगी उतना ही हमारे हेल्थ केयर सिस्टम का सामर्थ्य बढ़ेगा। शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए हर घर दस्तक अभियान को हमें और तेज करना है।

92 फीसद को दी गई पहली डोज

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- आज भारत लगभग 92 प्रतिशत वयस्क जनसंख्या को कोविड वैक्सीन की पहली डोज दे चुका है। देश दूसरी डोज की कवरेज में भी 70 प्रतिशत के आसपास पहुंच चुका है। 10 दिन के अंदर ही भारत ने लगभग तीन करोड़ किशोरों का भी टीकाकरण कर दिया है।

टीकाकरण सबसे बड़ा हथियार

प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने कहा- महामारी से लड़ने में अब तक अपनाए गए सामूहिक दृष्टिकोण को केंद्र और राज्य सरकारों को जारी रखना चाहिए। कोविड महामारी के खिलाफ टीकाकरण सबसे बड़ा हथियार है। अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं और वरिष्ठ नागरिकों को जितनी जल्दी हम एहतियाती खुराक देंगे, हमारी स्वास्थ्य प्रणाली उतनी ही मजबूत होगी।

हर घर दस्तक अभियान पर हो जोर

प्रधानमंत्री ने शत-प्रतिशत टीकाकरण के लिए 'हर घर दस्तक' अभियान को और तेज करने पर भी जोर दिया। वीडियो कांफ्रेंस के जरिए हुई इस बैठक में राज्यों में कोरोना को लेकर तैयारियों पर चर्चा हुई। इस दौरान मुख्यमंत्रियों ने अपने विचार साझा किए। महामारी की शुरुआत से ही प्रधानमंत्री समय समय पर मुख्यमंत्रियों के साथ बैठकें कर हालात की समीक्षा करते रहे हैं।

ये दिग्‍गज रहे मौजूद

बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, कैबिनेट सचिव राजीव गौबा के अलावा राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी, त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब देव, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा सहित अन्य राज्यों के मुख्‍यमंत्री शामिल हुए।

देश में कोरोना के 2,47,417 नए मामले

यह बैठक ऐसे समय हुई है जब देश में एक दिन में कोरोना के 236 दिनों में सबसे अधिक 2,47,417 नए मामले आए हैं जबकि 380 मरीजों की संक्रमण से मौत हो गई है जिससे महामारी से मरने वालों की संख्या बढ़कर 4,85,035 हो गई है। इसके साथ ही देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,63,17,927 हो गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार देश में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर 11,17,531 हो गई है जो 216 दिनों में सर्वाधिक है।

ओमिक्रोन के मामले बढ़कर 5,488 हुए

यही नहीं देश में ओमि‍क्रोन वैरिएंट के एक दिन में 620 मामले सामने आए जिसके साथ ही इस वैरिएंट के मामले बढ़कर 5,488 हो गए हैं। इनमें से ओमिक्रोन से पीड़‍ित 2,162 लोग स्वस्थ हो गए या देश छोड़कर चले गए हैं। राज्‍यों में यदि ओमिक्रोन मामलों की बात करें तो महाराष्ट्र में ओमि‍क्रोन के सबसे अधिक 1,367 केस हैं। इसके बाद राजस्थान में इस वैरिएंट के 792 मामले, दिल्ली में 549, केरल में 486 और कर्नाटक में 479 मामले आए।

रिकवरी रेट घटी, विशेषज्ञों ने चेताया

केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के अनुसार देश में कोविड-19 से स्वस्थ होने वाले लोगों की राष्ट्रीय दर कम होकर 95.59 फीसद हो गई है। वहीं विशेषज्ञों ने कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन को लेकर आगाह किया है। इस बीच मेदांता अस्पताल के वरिष्‍ठ चिकित्‍सक डा. अरविंद कुमार ने कहा है कि टीकाकरण का ओमिक्रान पर असर नहीं दिख रहा है। मौजूदा वक्‍त में कोरोना के मामले बढ़ने के साथ ही लोगों को गंभीर बीमारियां भी हो रही हैं। हालांकि राहत की बात यह है कि मनोवैज्ञानिक रूप से उतनी चुनौतीपूर्ण नहीं है जितनी दूसरी लहर में थी।


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