अब ममता और कांग्रेस के बीच आर-पार की लड़ाई
नई दिल्ली। कांग्रेस ने ममता द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए अपने नाम सुझाने को गठबंधन की मर्यादा का उल्लंघन करार दिया है। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने गुरुवार को कहा कि यदि कांग्रेस राष्ट्रपति पद के लिए अपने नामो का खुलासा करती तो वह केवल एक नाम ही सुझाती, दो या तीन नही।
नई दिल्ली। राष्ट्रपति चुनाव न हुआ मानो किसी लड़ाई का मैदान हो गया। ममता भी जिद पर अड़ी और कांग्रेस भी पीछे हटने को तैयार नहीं। जी हां ममता बनर्जी प्रणब मुखर्जी के नाम पर बिल्कुल तैयार नहीं और कांग्रेस भी पीछे हटती नहीं दिख रही। माना जा रहा है कि पश्चिम बंगाल की फायरब्रांड मुख्यमंत्री इस मुद्दे को लेकर यूपीए से जल्द अलग हो सकती है। दूसरी तरफ यह भी चर्चा है कि कांग्रेस की जिद के आगे मुलायम भी अपना मन बदल सकते हैं। आज शाम को करीब छह बजे ममता-मुलायम की मुलाकात के बाद ही स्थिति कुछ स्पष्ट हो पाएगी।
उधर कांग्रेस ने ममता द्वारा राष्ट्रपति पद के लिए अपने नाम सुझाने को गठबंधन की मर्यादा का उल्लंघन करार दिया है। कांग्रेस महासचिव जनार्दन द्विवेदी ने गुरुवार को कहा कि यदि कांग्रेस राष्ट्रपति पद के लिए अपने नामों का खुलासा करती तो वह केवल एक नाम ही सुझाती, दो या तीन नहीं। उन्होंने कहा कि ममता बनर्जी गठबंधन सरकार में शामिल हैं। लेकिन उन्होंने सरकार में किसी तरह की राय किए बिना ही अपने द्वारा सुझाए नामों की घोषणा की जो गठबंधन की मर्यादा के पूरी तरह से खिलाफ है।
जनार्दन द्विवेदी ने कहा कि ममता बनर्जी ने जिन तीन नामों का खुलासा किया है कांग्रेस और उनके सहयोगी दल इस पर राजी नहीं हैं। उन्होंने कहा कि ममता और सोनिया की बैठक में प्रणब और हामिद अंसारी का नाम सामने आया था। लेकिन ममता बनर्जी ने अलग ही नामों का खुलासा किया है। उन्होंने साफ किया कि प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ही आगामी आम चुनावों में कांग्रेस के प्रधानमंत्री पद के दावेदार होंगे। वहीं सूचना प्रसारण मंत्री ममता के इस रुख से काफी आहत हैं। उनका कहना है कि उन्हें ममता से ऐसी उम्मीद नहीं थी।
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