कारगिल विजय दिवस में हिस्सा लेने 26 को कश्मीर पहुंच सकते हैं राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद
कारगिल विजय दिवस पर कार्यक्रमों का सिलसिला 20 जुलाई से शुरू हो जाता है। दो दिवसीय मुख्य समारोह 25 जुलाई से आरंभ होता है।
जम्मू, जेएनएन। कारगिल युद्ध के बीसवें साल पर द्रास में आयोजित होने वाले कारगिल विजय दिवस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद शामिल हो सकते हैं। समारोह 26 जुलाई को द्रास वार मेमोरियल में होगा। इसी की तैयारियों को जानने के लिए राज्य के मुख्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम रविवार को कारगिल पहुंचे। उन्होंने कारगिल की चोटियों का हवाई सर्वेक्षण भी किया।
कारगिल विजय दिवस पर कार्यक्रमों का सिलसिला 20 जुलाई से शुरू हो जाता है। दो दिवसीय मुख्य समारोह 25 जुलाई से आरंभ होता है। जम्मू कश्मीर में इस समय राष्ट्रपति शासन चल रहा है। ऐसे में मुख्य कार्यक्रम में राष्ट्रपति के शामिल होने की पूरी संभावना है।
द्रास वार मेमोरियल में कारगिल के शहीदों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के साथ मुख्य सचिव ने सेना, प्रशासन, पुलिस और सुरक्षाबलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर विचार विमर्श किया।
कार्यक्रम की तैयारियों को लेकर बैठक में योजना विभाग के प्रमुख सचिव रोहित कंसल, लद्दाख के डिविजनल कमिश्नर स्वागत विश्वास, सेना की 8 माउंटेन डिवीजन के जीओसी, सेंट्रल कश्मीर के डीआइजी, एके बिरदी, कारगिल के डिप्टी कमिश्नर बसीर उल हक चौधरी, एसएसपी ट्रैफिक, एसएसपी कारगिल मौजूद थे।
सेना की तैयारियां भी जानीं
मुख्य सचिव ने सेना की तैयारियों का जायजा लेने के लिए सेना की 56 माउंटेन ब्रिगेड के कमांडर के साथ अलग से बैठक की। इस बैठक में सेना और जिला प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। बैठक के बाद मुख्य सचिव ने कारगिल के लहामोचान क्षेत्र में हवाई सर्वेक्षण कर उन चोटियों का भी निरीक्षण किया, जहां सेना ने पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी।