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राष्ट्रपति ने दिया चिकित्सा राहत के वैकल्पिक उपायों पर बल, राज्यपालों से प्रयास करने के लिए कहा

कोरोना वायरस संकट के चलते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश के सभी राज्यपालों और उप राज्यपालों चिकित्सा राहत के वैकल्पिक उपायों के लिए सभी प्रयास करने को कहा है।

By Ayushi TyagiEdited By: Published: Sat, 28 Mar 2020 11:16 AM (IST)Updated: Sat, 28 Mar 2020 11:16 AM (IST)
राष्ट्रपति ने दिया चिकित्सा राहत के वैकल्पिक उपायों पर बल, राज्यपालों से प्रयास करने के लिए कहा
राष्ट्रपति ने दिया चिकित्सा राहत के वैकल्पिक उपायों पर बल, राज्यपालों से प्रयास करने के लिए कहा

नई दिल्ली, एजेंसियां। कोरोना वायरस संकट के चलते राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए देश के सभी राज्यपालों और उप राज्यपालों चिकित्सा राहत के वैकल्पिक उपायों के लिए सभी प्रयास करने को कहा है। उन्होंने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में खाद्यान्न वितरण के उपायों पर भी विचार करने को कहा है। उन्होंने इस प्रक्रिया में निजी चिकित्सकों और गैर सरकारी संगठनों को भी शामिल करने का सुझाव दिया है।

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शुक्रवार को तीन घंटे चली वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए राष्ट्रपति कोविंद ने मेडिकल विश्वविद्यालयों, रेडक्रास सोसाइटी, राहत और चिकित्सा के क्षेत्र में काम करने वाले एनजीओ को भी इस मुहिम से जोड़ने की सलाह दी है। इस बैठक में कम से कम 15 राज्यपालों समेत उप राज्यपाल भी शामिल हुए। केरल के राज्यपाल आरिफ मुहम्मद खान ने बताया कि विभिन्न निजी संस्थानों से जुड़े 18,000 डॉक्टर से इस वैश्विक महामारी से निपटने में सरकार की मदद कर रहे हैं। कुछ सेवानिवृत्त डॉक्टर भी राज्य सरकारों की मदद कर रहे हैं। राज्यपाल खान ने इस जानलेवा संक्रमण से निपटने में सोशल डिस्टेंसिंग की अहमियत पर बल देते हुए शायर बशीर बद्र का एक शेर पढ़ते हुए कहा, 'यूंही बेहिसाब न फिरा करो, कोई शाम घर में रहा करो।'

महाराष्ट्र के ग्रामीण इलाकों में सोशल डिस्टेंसिंग में मुश्किल : कोशियारी

बैठक में मध्यप्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन ने राष्ट्रपति को बताया कि मध्यप्रदेश में हालात सामान्य हैं। हालांकि इंदौर में जरूर थोड़ी समस्या है। लेकिन हालात को सामान्य बनाने के लिए सरकार पूरे प्रयास कर रही है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार कोरोना की समस्या से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र को इस बैठक में सर्वोच्च वरीयता पर रखा गया। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोशियारी का कहना था कि शहरी क्षेत्रों में सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से पालन हो रह है। लेकिन ग्रामीण इलाकों में इसके लिए सरकारी अमले और विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं को युद्धस्तर पर इसके लिए प्रयास करने पड़ रहे हैं। ग्रामीणों को समझाना पड़ रहा है कि वह दूर-दूर रहें।

नियमित बैठकों से रख रहे नजर : बैजल

दिल्ली के उप राज्यपाल अनिज बैजल ने बताया कि वह प्रतिदिन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और वरिष्ठ राजनियकों के साथ हालात पर नजर रखने के लिए बैठक करते हैं। इन बैठकों में जिला कलेक्टरों के साथ ही पुलिस उपायुक्त समेत वरिष्ठ पुलिस अफसर मौजूद रहते हैं। एलजी ने आश्वासन दिया कि मे़िडकल स्टोरों और राशन की दुकानों को सातों दिन चौबीसों घंटे खोले जाने की इजाजत दी गई है।

रेडक्रास के आठ हजार कार्यकर्ता करेंगे मदद : वेंकैया

बैठक में शामिल उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडु ने सुझाव दिया कि सोशल डिस्टेंसिंग पर सोशल मीडिया के जरिए जागरूकता अभियान चलाने के लिए कलाकारों, फिल्मी सितारों की मदद ली जा सकती है। अगले दो हफ्ते लॉकडाउन के दौरान निजी क्षेत्र की भी मदद ली जानी चाहिए। तीन घंटे की बैठक में फैसला लिया गया कि भारत में रेडक्रास सोसाइटी के आठ हजार प्रशिक्षित स्वयंसेवकों को राज्यों के स्वास्थ्य अधिकारियों की मदद में तैनात किया जाएगा। ताकि संक्रमित लोगों को समुचित इलाज और देखभाल मिल सके। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल के प्रयासों की भी सराहना की है।


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