राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने 71वें टीबी सील कैंपेन का किया शुभारंभ
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (Ram Nath Kovind) ने राष्ट्रपति भवन में ट्यूबरकुलोसिस एसोसिशन ऑफ इंडिया के 71वें टीबी कैंपेन का शुभारंभ कर दिया है। 2025 तक ट्यूबरकुलोसिस के देश में खात्मे के मद्देनजर इस अभियान की शुरूआत की गई है।
नई दिल्ली, एएनआइ। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शुक्रवार को 71वें टीबी सील कैंपेन का शुभारंभ कर दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में ट्यूबरकुलोसिस एसोसिशन ऑफ इंडिया के 71वें टीबी कैंपेन की शुरूआत की। प्रेसिडेंट ऑफ इंडिया ने इस बारे में ट्वीट करके जानकारी दी है।
ट्वीट के मुताबिक, 'राष्ट्रपति भवन में ट्यूबरकुलोसिस एसोसिशन ऑफ इंडिया के 71वें टीबी कैंपेन का राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद द्वारा शुभारंभ किया गया।' 2025 तक ट्यूबरकुलोसिस के देश में खात्मे के मद्देनजर इस अभियान की शुरूआत की गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टीबी को देश में 2025 तक खत्म करने को उच्च प्राथमिकता दी है।
गौरतलब है कि इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा था कि भारत 2025 तक कोरोना मुक्त हो जाएगा। डब्ल्यूएचओ के प्रमुख देशों के मंत्रियों, और संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और साझेदार संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक के दौरान उन्होंने यह जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में भारत ने टीबी को देश से 2025 तक समाप्त करने के लिए प्राथमिकता दी है।
इस दौरान उन्होंने कहा था कि तपेदिक काफी समय से अस्तित्व में है और एक प्रमुख वैश्विक सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बनी हुई है। पिछले एक दशक में हुई प्रगति के बावजूद, टीबी (Tuberculosis) दुनियाभर में प्रमुख संक्रामक जानलेवा बीमारी बनी हुई है।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री ने टीबी को समाप्त करने के लिए भारत की तरफ से किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि साहिसक और प्रगतिशील नीतियों की मदद से भारत टीबी को देश से समाप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने बताया था कि पोषण संबंधी सहायता के लिए केंद्र सरकार साल 2018 से डायरेक्ट बेनेफिट ट्रांसफर के जरिए प्रोत्साहन राशि मुहैया करवा रही है, जिसके तहत अभी तक 30 लाख लाभार्थियों को 70 लाख 90 हजार की राशि मुहैया कराई जा चुकी है। इसके आगे उन्होंने कहा कि हमारी सरकार के लिए सस्ती और गुणवत्तापूर्ण टीबी देखभाल पहली प्राथमिकता है।