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राष्ट्रपति ने की जावड़ेकर की तारीफ, कहा- जिस मंत्रालय में रहे अच्छा काम किया

एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरु पूर्णिमा पर आयोजित समारोह में प्रणब के आने पर आभार व्यक्त किया।

By Manish NegiEdited By: Published: Sun, 09 Jul 2017 09:38 PM (IST)Updated: Sun, 09 Jul 2017 09:39 PM (IST)
राष्ट्रपति ने की जावड़ेकर की तारीफ, कहा- जिस मंत्रालय में रहे अच्छा काम किया
राष्ट्रपति ने की जावड़ेकर की तारीफ, कहा- जिस मंत्रालय में रहे अच्छा काम किया

नई दिल्ली, जेएनएन। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा है कि एचआरडी (मानव संसाधन विकास) मंत्री प्रकाश जावड़ेकर जिस भी मंत्रालय में जाते हैं, वह चमक जाता है। रविवार को वह उच्चतर शिक्षा के लिए डिजिटल पहल पर विज्ञान भवन में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे।

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राष्ट्रपति ने इस दौरान स्वयं, स्वयंप्रभा, राष्ट्रीय शैक्षणिक निक्षेपागार (डिपोजटरी) का शुभारंभ भी किया। उनका कहना था कि ग्रामीण व शहरी इलाके में दी जा रही शिक्षा में जमीन आसमान का अंतर है। उन्होंने पाठ्य सामग्री को क्षेत्रीय भाषाओं में भी तैयार करने को कहा, क्योंकि इस तरह के स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को तब दुश्वारी होती है जब उन्हें किसी और भाषा में पढ़ने की सामग्री परोसी जाती है। उनका कहना था कि भारत में प्रतिभा की भरमार है, उसे तराशकर तैयार करने की जरूरत है।

एचआरडी मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने गुरु पूर्णिमा पर आयोजित समारोह में प्रणब के आने पर आभार व्यक्त किया। उनका कहना था कि राष्ट्रपति ने अपने करियर की शुरुआत एक शिक्षक के तौर पर की थी। उन्होंने एक स्लेट उन्हें उपहार स्वरूप दी। मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालयों के दीक्षांत समारोहों में प्रणब ने जो भी व्याख्यान दिए हैं उन्हें अलग-अलग भाषाओं में संजोया जाएगा। इसे हर विश्वविद्यालय को भेजा जाएगा। उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को प्रेरणा स्रोत बताते हुए कहा कि उनकी क्षमताएं असाधारण हैं। वह देश की प्रगति के बारे में जिस तरह से निरंतर सोचते हैं, उसे देखकर कहा जा सकता है, 'अंत्योदय'।

शिक्षा में अब शानदार तकनीक

स्वयं के तहत तकनीक के जरिये शिक्षा को देश के दूर दराज व ग्रामीण इलाकों में आसानी से पहुंचाया जा सकेगा। इसमें वीडियो के माध्यम से ऑनलाइन पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी। डिजिटल कक्षाओं में शिक्षा मुफ्त में दी जाएगी। संबंधित छात्र को अपना पंजीकरण कराना होगा। कोर्स खत्म होने के बाद उसे प्रमाण पत्र दिया जाएगा। इसके लिए उसे नाममात्र का शुल्क अदा करना होगा। ऑनलाइन कक्षा में वह अपने सवाल भी रख सकेंगे, जिनका जवाब उन्हें तय समयावधि में दिया जाएगा। प्रक्षेपण परीक्षा में उनका मूल्यांकन करके उनके प्राप्तांक निर्धारित किए जाएंगे।

स्वयंप्रभा में डायरेक्ट टू होम सर्विस के जरिये 15 सौ रुपये में डिश कनेक्शन लेना होगा। इसमें मानव संसाधन विकास मंत्रालय के 32 शैक्षणिक चैनल उसे उपलब्ध कराए जाएंगे। रोजाना चार घंटे का लेक्चर व सामग्री इसमें होगी, जिसे दिन में पांच बार दिखाया जाएगा। नौवीं से लेकर आइआइटी जैसे प्रोफेशनल कोर्सेज की सामग्री विभिन्न चैनलों पर उपलब्ध रहेगी।

राष्ट्रीय शैक्षणिक निक्षेपागार (डिपोजटरी) के इस्तेमाल से सत्यापित शैक्षणिक रिकार्ड का बोर्ड व विश्वविद्यालय डिजिटल संग्रह कर सकेंगे। इससे धोखाधड़ी को पूरी तरह से रोका जा सकेगा। तीनों योजनाओं को एचआरडी मंत्रालय क्रियान्वित करेगा।


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