हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चार देशों के संगठन क्वाड को और मजबूत बनाने की तैयारी, जल्द होगी प्रमुखों की बैठक
अगले दो हफ्तों के भीतर क्वाड के तहत पीएम नरेंद्र मोदी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन जापान के पीएम योशीहिदे सुगा और आस्ट्रेलिया के पीएम स्काट मॉरिसन के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हो सकती है। आस्ट्रेलिया के पीएम मॉरिसन ने इस बारे में जानकारी दी है।
जयप्रकाश रंजन, नई दिल्ली। भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया का गठबंधन (क्वाड) अब ज्यादा तेजी से न सिर्फ मूर्तरूप लेता दिख रहा है, बल्कि क्वाड का विस्तार हिंद प्रशांत महासागर से बाहर भी करने को लेकर विमर्श का दौर शुरू हो गया है। अगले दो हफ्तों के भीतर क्वाड के तहत पीएम नरेंद्र मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन, जापान के पीएम योशीहिदे सुगा और आस्ट्रेलिया के पीएम स्काट मॉरिसन के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक हो सकती है। आस्ट्रेलिया के पीएम मॉरिसन ने इस बारे में जानकारी दी है। अमेरिका ने भी कहा है कि राष्ट्रपति बाइडन जितनी जल्दी हो क्वाड के दूसरे देशों के प्रमुखों के साथ बैठक करना चाहते हैं।
आस्ट्रेलियाई पीएम मॉरिसन ने कहा है कि उन्होंने भारतीय पीएम, अमेरिकी राष्ट्रपति, जापान के पीएम से एक वर्चुअल बैठक के बारे में बात की है। यह बैठक जल्द हो सकती है जो क्वाड देशों के प्रमुखों की पहली बैठक होगी। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने भी कहा है कि बाइडन हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर भारत-आस्ट्रेलिया-जापान के नेतृत्व के साथ जल्द से जल्द संपर्क बनाने को इच्छुक हैं। इन सभी देशों के प्रमुखों के साथ बाइडन की टेलीफोन वार्ता हो चुकी है, लेकिन वह प्रत्यक्ष तौर पर इनसे मिलने व चर्चा करने को इच्छुक हैं। सत्ता में आने के पहले 50 दिनों के भीतर ही अमेरिका के रक्षा मंत्री, विदेश मंत्री व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार भारत, आस्ट्रेलिया और जापान के अपने समकक्षों के साथ विमर्श कर चुके हैं। इन सभी विमर्शों में ¨हद प्रशांत क्षेत्र की स्थिति पर खास तौर पर चर्चा हुई।
इस बारे में पूछे जाने पर आधिकारिक तौर पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कोई सूचना नहीं दी, लेकिन कूटनीतिक सूत्रों ने बताया कि बैठक को लेकर सदस्य देशों के बीच संपर्क जारी है। उच्च स्तर पर होने वाली बैठक एक तरह से क्वाड का भावी एजेंडा तय करने वाली होगी। चारों सदस्य देशों के बीच क्वाड के विस्तार पर भी बात हो रही है। माना जा रहा है कि पर्यावरण व जलवायु परिवर्तन एक ऐसा मुद्दा है जिसे क्वाड के चारों देश फिलहाल तेजी से आगे बढ़ाना चाहते हैं और इसमें दूसरे देशों को भी शामिल करना चाहते हैं।
हाल ही में विदेश मंत्रियों की हुई थी बैठक
भारत, अमेरिका, जापान और आस्ट्रेलिया के विदेश मंत्रियों की हाल ही में 18 फरवरी को वर्चुअल बैठक हुई थी। यह छह महीनों में इन देशों के विदेश मंत्रियों की दूसरी बैठक थी जो बताती है कि चारों देशों के बीच क्वाड को तेजी से एक मूर्तरूप देने की प्रक्रिया जारी है। आगे का रोडमैप तैयार करने में चारों शिखर नेताओं की बैठक बहुत महत्वपूर्ण हो सकती है। यह बाइडन सरकार की तरफ से संकेत भी है कि चीन की चुनौतियों को वह ट्रंप प्रशासन की तरह ही बेहद गंभीरता से ले रहे हैं। हिंद-प्रशांत क्षेत्र को लेकर अमेरिकी नीति पहले से भी ज्यादा मुखर होगी।
सनद रहे कि राष्ट्रपति चुनाव जीतने के बाद यह कयास लगाया जा रहा था कि बाइडन प्रशासन का रवैया चीन को लेकर पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के मुकाबले नरम रह सकता है। चीन क्वाड को लेकर हमेशा सशंकित रहा है और यह कहता रहा है कि इस गठबंधन के जरिये हिंद प्रशांत क्षेत्र में अस्थिरता फैलाने की कोशिश की जा रही है। दूसरी तरफ भारत, अमेरिका, जापान व आस्ट्रेलिया का कहना है कि हिंद प्रशांत क्षेत्र में सभी देशों को एक समान अवसर देने के लिए क्वाड जैसा गठबंधन जरूरी है। बता दें कि पिछले वर्ष इन चारों देशों की नौ सेनाओं के बीच पहला युद्धाभ्यास भी हुआ था।