प्रवीण तोगड़िया बोले, अदनान सामी को पद्मश्री देना सरकार की गलती; अशोक सिंघल को दिया जाए सम्मान
अशोक सिंघल ने कहा कि देश में हिंदुत्व का आंदोलन खड़ा कर राम मंदिर बनाने वाले चार महापुरुष बाला साहब ठाकरे अशोक सिंघल और गोरख पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ को पद्मश्री मिलना चाहिए।
जबलपुर, जेएनएन। पद्मश्री सम्मान अदनान सामी को दिए जाने का डॉ.प्रवीण भाई तोगड़िया ने विरोध किया। हिंदू परिषषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. तोगड़िया ने कहा कि अदनान के पिता ने 1965 के भारत-पाक युद्ध में भारत के विरद्ध लड़कर सैनिकों को मारने का काम किया था। पद्मश्री देना था जो उषा मंगेशकर को देते, सुधीर फड़के को मिले, ये संगीत में भारत के बेटा-बेटी हैं।
देश में हिंदुत्व का आंदोलन खड़ा कर राम मंदिर बनाने वाले चार महापुरुष बाला साहब ठाकरे, अशोक सिंघल, रामचंद्र परमहंस और गोरख पीठाधीश्वर महंत अवैद्यनाथ को पद्मश्री मिलना चाहिए। इन्हीं की बदौलत आज राममंदिर बनने जा रहा है। भाजपा 2 सीटों से आज सत्ता पर पहुंची है।
नागरिकता संशोधन कानून का स्वागत
तोगड़िया ने कहा कि पाक हिंदू शरणार्थियों को सुरक्षा मिली, पर 30 साल से भारत में ही शरणार्थी बने कश्मीरी हिंदुओं की घर वापसी कब होगी? पूरे देश में हिंदू अल्पसंख्यक होने जा रहा है। जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाकर सरकार भारत के हिंदुओं को कब सुरक्षा दी जाएगी। सीएए के विरोध को लेकर कहा कि लोकतंत्र में सभी को विरोध का अधिकार है। हिंसा नहीं होनी चाहिए। एनआरसी असम में लागू हुआ। इसमें 50 लाख बांग्लादेशी मुसलमानों को ढूंढकर वापस भेजना था तो 50 लाख मुसलमानों में से 45 लाख को भारत का नागरिक बना दिया।
राष्ट्रपति शासन लगाने का अधिकार नहीं
सीएए लागू नहीं करने पर प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की संभावनाओं को डॉ तोगड़िया ने नकारा है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति शासन लगाने का अधिकार अब केंद्र के पास नहीं है।
रोजगार दे तो विरोध खत्म होगा
देश में बेरोजगारी और महंगाई के कारण युवाओं में आक्रोश है। यहीं आक्रोश सीएए के जरिए बाहर आ रहा है। रोजगार मिले तो वातावरण शांत होगा। देश का अर्थतंत्र ऑक्सीजन पर है और देश की सरकार सो रही है। सरकार को अर्थतंत्र मजबूत करना होगा।