पूर्वोत्तर में आए भूकंप से 8 मरे 100 घायल, राहत कार्यो में जुटी सरकार
मणिपुर में सोमवार तड़के भीषण भूकंप ने पूरे उत्तर पूर्वी भारत को हिलाकर रख दिया रियेक्ट पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.7 मापी गई। इस भूकंप में सात लोगों की मौत हुई है और 90 घायल है।
नई दिल्ली। पूर्वोत्तर में भीषण भूकंप के बाद सरकार राहत और बचाव कार्यो में जुट गई है। सेना, वायु सेना और नेशनल डिजास्टर रेस्पोंस फोर्स (एनडीआरएफ) की टीमें भूकंप प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गईं हैं और प्रभावित लोगों की मदद कर रही हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक में भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में राहत और बचाव कार्यो का जायजा लिया।
वहीं केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह पूर्वोत्तर के दौरे पर हैं और वह राहत और बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं।
मणिपुर में सोमवार तड़के भीषण भूकंप आया जिसकी तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.7 माफी गई। इस भूकंप में 8 लोगों की मौत हुई है और 100 घायल हुए हैं। जिस समय भूकंप आया, उस समय गृह मंत्री राजनाथ सिंह पूर्वोत्तर के दौरे पर थे। उन्होंने फोन करके प्रधानमंत्री को स्थिति से अवगत कराया।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट करके कहा कि उन्होंने गृह मंत्री को राहत अभियान देखने को कहा है।
इधर दिल्ली में कैबिनेट सचिव पी के मिश्रा ने आनन फानन में राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन समिति की बैठक बुलाकर भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में जल्द से जल्द मदद पहुंचाने का फैसला किया गया। बैठक में एनडीआरएफ की दो टीमें बचाव एवं राहत के लिए इम्फाल और एक टीम असम के सिलचर में भेजने का फैसला किया गया।
वहीं बैठक में मौजूद बिजली सचिव ने बताया कि पावर ग्रिड कॉरपोरेशन के इंजीनियरों की एक टीम इम्फाल के लिए रवाना होगी। इसी तरह स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण सचिव दिल्ली से बच्चों केडॉक्टर समेत डॉक्टरों की एक विशेष टीम इम्फाल भेजा जाएगा।
इस बीच एयरफोर्स ने एयरफोर्स ने राहत सामग्री के साथ-साथ एनडीआरएफ की टीम को भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचाया। एनडीआरएफ के साथ-साथ सेना भी राहत और बचाव कार्य में जुट गई है।
इस बीच पूर्वोत्तर राज्यों के मामलों संबंधी मंत्री जितेन्द्र सिंह भी भूकंप प्रभावित क्षेत्रों के लिए रवाना हुए। उन्होंने गृह राज्य मंत्री किरेन रिजिजू के साथ मणिपुर के मुख्यमंत्री ओकराम आइबोबी सिंह के साथ बैठक कर राहत और बचाव कार्यो पर चर्चा की।