मुंबई में बारिश के बाद हादसा, जेजे अस्पताल के पास गिरा इमारत की छत का हिस्सा; 1 घायल
मुंबई में आफत की बारिश के बाद अब एक हादसा हो गया है। जेजे अस्पताल के पास मौलाना शौकत अली रोड स्थित नंद विलास इमारत में छत का हिस्सा गिर गया है।
मुंबई, एएनआइ। मुंबई में एक तरफ जहां बारिश ने कहर बरपाया है तो दूसरी ओर बारिश के बाद अब हादसे सामने आ रहे हैं। मुंबई में आज तड़के एक हादसा हो गया। यहां एक बिल्डिंग की छत का हिस्सा गिर गया। जेजे अस्पताल के पास मौलाना शौकत अली रोड पर तड़के करीब 4 बजे नंद विलास इमारत में छत का हिस्सा ढह गया। इस हादसे में एक व्यक्ति घायल हो गया है। मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम लोगों को निकालने में जुटी है। फिलहाल घटना को लेकर और जानकारी का इंतजार है।
#UPDATE: One person has been injured after portion of ceiling collapsed in Nand Vilas building at Maulana Shaukat Ali road near JJ Hospital at around 4 am, today. More details awaited. https://t.co/Vm9HxZpp0Y" rel="nofollow
— ANI (@ANI) July 28, 2019
महालक्ष्मी एक्सप्रेस में फंस गए थे यात्री
भारी बारिश के कारण मुंबई एक बार फिर पानी-पानी हो गई है। इस बीच शनिवार को मुंबई से 55 किलोमीटर दूरी पर भारी बारिश की वजह से महालक्ष्मी एक्सप्रेस ट्रेन में सवार 1050 यात्री फंस गए थे। NDRF टीम के बचाव कार्य के चलते ट्रेन में सवार सभी लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया।मुंबई से कोल्हापुर के लिए निकली महालक्ष्मी एक्सप्रेस (17411) ट्रेन के बाढ़ में फंस जाने के कारण करीब 1050 यात्री लगभग 10 घंटे ट्रेन में अटके रहे। बचाव दलों के अथक प्रयास से शनिवार शाम चार बजे तक सभी यात्रियों को सुरक्षित निकाल लिया गया है। अब यात्रियों को एक विशेष ट्रेन से दूसरे रेलमार्ग से कोल्हापुर रवाना किया जा रहा है।
सुरक्षित निकाले गए यात्री
करीब 10 घंटे चले बचाव अभियान के फलस्वरूप सभी 1050 यात्रियों के सुरक्षित निकाल लिया गया। जैन के अनुसार कोल्हापुर जा रहे यात्रियों को अब एक विशेष ट्रेन से निकटतम स्टेशन कल्याण से मडगांव एवं दौंड होते हुए कोल्हापुर भिजवाने की व्यवस्था की जा रही है।
हल्की नौकाओं के जरिए यात्रियों को निकाला गया
इस दौरान ट्रेन के अंदर मौजूद मध्य रेलवे की टीम यात्रियों को लगातार नीचे न उतरने और धीरज रखने की सलाह देती रही। आरपीएफ, बदलापुर से ट्रेन तक पहुंचे रेलवे स्टाफ एवं स्थानीय ग्रामीण यात्रियों को खाद्य सामग्री एवं बिस्कुट इत्यादि देकर राहत पहुंचाते रहे। मध्य रेल के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील उदेसी के अनुसार आठ हल्की नौकाओं के जरिए यात्रियों को सुरक्षित स्थान पर लाया गया। पहले महिलाओं और बच्चों को, उसके बाद पुरुषों को सुरक्षित निकाला गया।
सेना के हेलीकॉप्टर की भी ली गई मदद
मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस के निर्देश पर भारतीय नौसेना की टीमें एवं उसके दो हेलीकॉप्टर भी बाढ़ में फंसी ट्रेन पर मंडरा रहे थे। कुछ लोगों को सी-किंग हेलीकॉप्टर से बाहर भी निकाला गया। लेकिन खराब मौसम के कारण हेलीकॉप्टर अधिक मददगार साबित नहीं हुई।
डोंगरी में हादसा, 14 की मौत
इससे पहले मुंबई के डोंगरी में मंगलवार को एक बड़े हादसे में एक चार मंजिला इमारत के गिरने से 14 लोगों की मौत हो गई थी।ये 100 साल पुरानी केसरबाई बिल्डिंग थी। इस हादसे पर महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने मृतकों के परिवार वालों को 5 लाख रुपये और घायलों के लिए 50 हजार के मुआवजे का एलान किया। उनका कहना हैं कि घायलों के चिकित्सा का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी।
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