जानें सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्र में बने इस शौचालय के सामने क्यों इज्जत से झुक जाते हैं सिर
इस इज्जतघर के सामने से गुजरने वाले लोग अक्सर इस ओर झुककर प्रणाम करते हैं और फिर आगे बढ़ते हैं। जानें क्या है पूरा मामला...
कानपुर, [जागरण स्पेशल]। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन के तहत उत्तर प्रदेश के हमीरपुर स्थित मौदहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में भी एक सार्वजनिक इज्जतघर (टॉयलेट) बना है। इस इज्जतघर की एक विशेषता की वजह से यह आजकल चर्चा का विषय बना हुआ है। इसकी विशेषता यह है कि इस इज्जतघर के सामने से गुजरने वाले लोग अक्सर इस ओर झुककर प्रणाम करते हैं और फिर आगे बढ़ते हैं। जिस तरह से यह चंद पंक्तियां पढ़कर आप हैरान हैं वैसे ही यहां आसपास रहने वाले लोग भी यह देखकर अचंभित हो जाते हैं।
पीएम मोदी का सपना
आप जानते ही हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर में शौचालय बनाने का अभियान छेड़ा हुआ है। स्वच्छता अभियान के तहत शौचालय निर्माण एक अहम बिंदु है। तमाम स्कूलों, धार्मिक और सार्वजनिक स्थलों पर शौचालयों का निर्माण हो रहा है, ताकि गंदगी न फैले और उस गंदगी से होने वाली बीमारियों पर भी रोकथाम लग सके। इसी के तहत मौदहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर भी शौचालय बनाया गया है।
ये है मामला
जब बार-बार लोग यहां सिर झुकाकर प्रणाम करने लगे तो लोगों ने इस तरफ गौर किया। दरअसल इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र परिसर में जो शौचालय बनाया गया है, उसको बाहर से भगवा रंग में रंग दिया गया है। इसके भगवा रंग की वजह से लोग उसे धार्मिक स्थल समझ रहे हैं। इस इज्जतघर के उद्घाटन के बाद से ही रोजाना ऐसा नजारा दिन में कई बार दिखता है और लोग मजाक के पात्र बनते हैं।
ठेकेदार की हरकत पर नहीं गई नजर
बता दें कि करीब तीन माह पहले नगर पालिका ने मौदहा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में इज्जतघर का निर्माण कराया था। पूर्व तत्कालीन उपजिलाधिकारी अजीत परेश और नगर पालिकाध्यक्ष रामकिशोर ने इसका उद्घाटन किया था। तब किसी ने भी इस शौचालय के रंगरोगन पर ध्यान नहीं दिया। ठेकेदार ने शासन तक अपने नंबर बढ़ाने के चक्कर में इस इज्जतघर को भगवा रंग से रंग दिया।
भूलवश झुक जाता है सिर
ठेकेदार ने नंबर बढ़ाने के चक्कर में शौचालय को भगवा रंग दिया तो अब इसका असर यह हो रहा है कि प्रतिदिन सीएचसी में दूरदराज से पहुंचने वाले निरक्षर इसे धार्मिक स्थल समझकर प्रणाम करने को रुक जाते हैं। आसपास के दुकानदारों का कहना है कि जब इन्हें बताया जाता है कि यह कोई विशेष स्थान नहीं, बल्कि स्वच्छ भारत अभियान के तहत बना सार्वजनिक इज्जतघर है, इसके बाद उन्हें असलियत मालूम होती है।
अधिकारियों ने झाड़ा पल्ला
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मौदहा हमीरपुर के अधीक्षक डॉ. अनिल सचान कहते हैं, 'नगर पालिका ने इस इज्जतघर का निर्माण कराया है, क्यों कराया, यह तो वहां के अधिकारी ही बता सकते हैं।' एसडीएम व प्रभारी अधिशासी अधिकारी नगर पालिका मौदहा हमीरपुर राजेश चौरसिया से जब इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कहा, 'मेरी जानकारी में नहीं है। कल ही इसकी जांच कराई जाएगी कि किसने उसे भगवा रंग में रंगवाया है।'